भोपाल, विधानसभा के बजट सत्र के पहले दिन सबसे पहले प्रोटेम स्पीकर रामेश्वर शर्मा ने विधानसभा अध्यक्ष के चुनाव की प्रक्रिया शुरू कराई। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहन ने रीवा के देवतालाब से 4 बार के विधायक गिरीश गौतम को विधानसभा अध्यक्ष बनाने जाने का प्रस्ताव रखा। इसका समर्थन गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने किया। कांग्रेस की तरफ से इस पद के लिए किसी भी विधायक ने नामांकन दाखिल नहीं किया। ऐसे में गौतम विधानसभा के निर्विरोध अध्यक्ष निर्वाचित हो गए। अध्यक्ष पद के चुनाव के दौरान मान्य परंपराओं का पालन किया गया।
इससे पहले नेता प्रतिपक्ष कमलनाथ ने विधानसभा स्थित अपने कक्ष में विधायकों से चर्चा की। इस दौरान पूर्व मंत्री एवं वरिष्ठ कांग्रेस विधायक पीसी शर्मा, जीतू पटवारी, डा. गोविंद सिंह, सज्जन सिंह वर्मा और तरुण भनोट सहित कई विधायक मौजूद रहे। इस दौरान बजट सत्र में विपक्ष की भूमिका को लेकर चर्चा हुई। इसके बाद कमलनाथ प्रोटेम स्पीकर द्वारा बुलाई गई कार्यमंणत्रा समिति की बैठक में शामिल हुए। जिसमें सदन के संचालन को लेकर बात हुई।
उपाध्यक्ष का पद भाजपा अपने पास रखेगी
सदन की कार्यवाही शुरु होने से पहले चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि कमलनाथ की बनाई परंपरा का पालन करते हुए भाजपा विधानसभा उपाध्यक्ष पद भी अपने पास रखेगी। उन्होंने कहा कि हमने सत्ता में रहते हुए 15 साल विपक्ष को विधानसभा का उपाध्यक्ष पद दिया था, लेकिन कमलनाथ सरकार ने इस परंपरा को खत्म कर दिया था। इसलिए अब कांग्रेस की बनाई गई परंपरा का भाजपा पालन करेगी।
महाशिवरात्रि के पहले खत्म हो सकता है सत्र
बजट सत्र महाशिवरात्रि (11 मार्च) के पहले ही समाप्त होने के आसार हैं। सोमवार को शुरू हुए सत्र में मुख्य रूप से वर्ष 2021-22 का बजट पेश किया जाना है। 26 मार्च तक निर्धारित इस 33 दिवसीय सत्र में 23 बैठकें होना हैं, लेकिन इसकी संभावना बहुत कम है। सदन में 2 मार्च को बजट पेश किया जाएगा। इस बात के संकेत हैं कि इसकी मांगों पर जल्द बहस पूरी कर उसे पारित करा लिया जाए। सूत्रों के अनुसार सत्र में 10 से 13 बैठकें ही होने की संभावना है। 11 मार्च को महाशिवरात्रि पर अवकाश है, तब से लेकर 14 मार्च तक चार दिन कोई बैठक नहीं होना है। इसे देखते हुए पूरी संभावना है कि 5 मार्च तक यदि काम पूरा नहीं हुआ, तो अधिकतम 10 मार्च तक विधानसभा की कार्यवाही पूरी कर ली जाएगी।