भोपाल, प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के बयान को लेकर मप्र विधानसभा के सामयिक अध्यक्ष रामेश्वर शर्मा ने कमेंट किया कि अगर नाम में कुछ नहीं रखा है तो दिग्विजय सिंह का नाम मोहम्मद याकूब रख दो! शर्मा ने होशंगाबाद जिले का नाम नर्मदापुरम रखने की मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की घोषणा के बाद शनिवार को मालवीय नगर स्थित अपने कार्यालय पर आतिशबाजी की। साथ ही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का आभार माना। इस अवसर पर पत्रकारों के सवालों के जवाब में शर्मा ने कहा कि हमने कोई नाम नहीं बदला था। होशंगाबाद का प्राचीन नाम नर्मदापुरम् था। बीच में हुशंगशाह लुटेरा आया। उसने हमला किया। मठ-मंदिर तोड़े, बेटियों की इज्जत लूटी और मां नर्मदा नदी के नाम से जाने वाले नर्मदापुरम् से बदलकर होशंगाबाद रख दिया। उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह को लगता है कि नाम परिवर्तन से कोई फर्क नहीं पड़ता है तो दिग्विजय सिंह का नाम मोहम्मद याकूब रखकर दो, मेनन रख दो या राहुल अंकल का इमाम बना रख दो, कुछ और नाम रख दो। नाम में सत्यतता होती है। आपके पूर्वजों ने सोचा होगा कि मेरा बेटा दिग्विजय बनेगा, उन्हें नहीं मालूम था कि मेरा बेटा हिन्दू धर्म में पैदा होगा और मुसलमान की टोपी लगाकर नमाज पढ़ेगा, इसलिए हम यहां पैदा हुए हैं। नमाज से इतराज नहीं। हम धर्म को हानि पहुंचाने वालों को बिरयानी नहीं खिला सकते हैं। हम राम के अपमान करने वालों को माला नहीं पहना सकते हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शुक्रवार को सेठानी घाट पर नर्मदा जयंती के मौके पर आरती के दौरान होशंगाबाद का नाम नर्मदापुरम् रखने की घोषणा की है, जिससे लोगों में खुशी की लहर है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने होशंगाबाद संभाग बनाया तो उसका नाम नर्मदापुरम् रखा। नर्मदा नदी का जल भोपाल को मिल रहा है। मुख्यमंत्री जैत गांव के बेटे हैं। मां नर्मदा के गोद में पले-बड़े हैं।