मप्र विधानसभा का बजट सत्र कल से होगा शुरू, 2 मार्च को पेश होगा बजट

भोपाल, मप्र विधानसभा का बजट सत्र सोमवार से शुरू होगा। सत्र कोविड गाइडलाइन के अनुसार ही चलाया जाएगा। विधानसभा सचिवालय ने पूरी तैयारी कर ली है। इस बार मप्र का बजट 2 मार्च को पेश किया जाएगा। विधानसभा अध्यक्ष और उपाध्यक्ष का चुनाव सोमवार को बजट सत्र के पहले दिन होना है। भाजपा विधायक गिरीश गौतम अगले विधानसभा अध्यक्ष होंगे। वहीं बजट सत्र से पहले रविवार को सर्वदलीय बैठक आयोजित की गई। विधानसभा में प्रोटेम स्पीकर रामेश्वर शर्मा की अध्यक्षता में हुई बैठक में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा, सहकारिता मंत्री अरविंद भदौरिया शामिल हुए। वहीं विपक्ष की ओर से पूर्व स्पीकर एनपी प्रजापति और पूर्व मंत्री गोविंद सिंह शामिल होने पहुंचे। विधायक संजीव सिंह कुशवाहा भी बैठक में शामिल हुए। हालांकि नेता प्रतिपक्ष कमलनाथ बैठक में शामिल होने नहीं पहुंचे। सर्वदलीय बैठक के दौरान सदन को सुचारू तौर पर चलाने को लेकर चर्चा की गई। कांग्रेस की ओर से गोविंद सिंह ने बैठक में मीडिया को विधानसभा की कार्यवाही में एंट्री देने की मांग उठाई, जिस पर विधानसभा के प्रोटेम स्पीकर रामेश्वर शर्मा ने कहा है कि कोविड गाइडलाइन के मुताबिक जिस मीडिया एजेंसी को एंट्री दी जानी होगी, उसे दी जाएगी।
सर्वदलीय बैठक के दौरान बजट की तारीख को लेकर भी चर्चा की गई। बैठक के बाद गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि बजट 2 मार्च को पेश किया जाना प्रस्तावित है।
17 साल बाद विधानसभा अध्यक्ष विंध्य से
सोमवार को विधानसभा अध्यक्ष और उपाध्यक्ष का चुनाव होना है। रीवा के देवतालाब से विधायक गिरीश गौतम ने रविवार को नामांकन दाखिल कर दिया है। कांग्रेस अध्यक्ष पद पर अपना प्रत्याशी नहीं उतारेगी, जिससे गिरीश गौतम का निर्विरोध निर्वाचित होना तय है। गौतम विधानसभा के 18वें अध्यक्ष होंगे। वे 4 बार के विधायक हैं। नामांकन के दौरान गौतम के साथ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, गृह मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा, चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग भी मौजूद रहे। विधानसभा अध्यक्ष के लिए नामांकन दाखिल करने के बाद गिरीश गौतम ने कहा कि भाजपा ने विंध्य का हमेशा से सम्मान किया है। विधायकों के हितों की रक्षा करना मेरी प्राथमिकता होगी। विंध्य को हमेशा से मिलता सम्मान रहा है। उपेक्षा जैसी कोई बात नहीं है। अध्यक्ष पद के लिए दूसरे दावेदारों के नामों पर कहा कि सबको अपनी बात रखने का हक है।
कमलनाथ ने कहा- निर्विरोध ढंग से चुनाव कराने में सहयोग देंगे
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि भाजपा का शुरू से ही संसदीय परंपराओं में कभी विश्वास नहीं रहा है वर्षों से विधानसभा अध्यक्ष का पद सत्ता पक्ष और उपाध्यक्ष का पद विपक्ष को देने की परंपरा चली आ रही। परंपराओं को भाजपा ने तोड़ा है। लेकिन हमारा शुरू से ही संसदीय परंपराओं में विश्वास रहा है। हमने निर्णय लिया है कि निर्विरोध ढंग से विधानसभा अध्यक्ष का निर्वाचन करवाने में पूरा सहयोग देंगे।
कमलनाथ ने तोड़ी परंपरा, नहीं देंगे उपाध्यक्ष का पद: वीडी शर्मा
शिवराज सरकार कांग्रेस को उपाध्यक्ष का पद देने के लिए तैयार नहीं है, क्योंकि कमलनाथ सरकार में भाजपा को यह पद नहीं दिया गया था। विधानसभा में सीटों के गणित के हिसाब से चुनाव होता है तो दोनों पद भाजपा के पाले में ही जाएंगे। बता दें कि बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा कह चुके हैं कि मप्र विधानसभा में अध्यक्ष-उपाध्यक्ष के चुनाव की परंपरा पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने तोड़ी थी। अब इसका खामियाजा तो कांग्रेस को भुगतना पड़ेगा। शर्मा ने स्पष्ट किया कि उपाध्यक्ष का पद कांग्रेस को नहीं दिया जाएगा।
अध्यादेश के स्थान पर आएंगे ये संशोधन विधेयक
-सहकारी सोसाइटी संशोधन विधेयक
-लोक सेवाओं के प्रदान की गारंटी संशोधन विधेयक
-वैट संशोधन विधेयक
-राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग संशोधन विधेयक
-मध्य प्रदेश निजी विश्वविद्यालय द्वितीय संशोधन विधेयक
-मध्य प्रदेश भोज (मुक्त) विश्वविद्यालय संशोधन विधेयक
-डॉ. बीआर आंबेडकर सामाजिक विज्ञान विश्वविद्यालय संशोधन विधेयक
-पंडित एसएन शुक्ला विश्वविद्यालय संशोधन विधेयक
-मध्य प्रदेश मोटर स्पिरिट उपकर संशोधन विधेयक
-मध्य प्रदेश हाई स्पीड डीजल उपकर संशोधन विधेयक
-मध्य प्रदेश विनियोग संशोधन विधेयक
-धार्मिक स्वतंत्रता संशोधन विधेयक

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