लंदन, ब्रिटेन के सरकारी वैज्ञानिकों के ताजा शोध में पता चला है कि कोरोना का केंट स्ट्रेन देश में फैल रहा है जो आम कोरोना वायरस से 70 फीसदी ज्यादा घातक हो सकता है। कोरोना के इस नए प्रकार को केंट स्ट्रेन कहा जा रहा है। कोरोना के इस नए स्ट्रेन को केंट इलाके में पाया गया था, इसलिए इसका नाम केंट वेरिएंट रखा गया है। ब्रिटिश वैज्ञानिकों ने कहा कि दुनियाभर में फैले कोरोना वायरस के अन्य स्ट्रेन की अपेक्षा केंट वेरिएंट 30 से 70 फीसदी ज्यादा घातक है। इस शोध में केंट वेरिएंट की अपेक्षा अन्य कोरोना स्ट्रेन से पीड़ित मरीजों के अस्पताल में भर्ती होने और उनके मौत की दर की तुलना की गई है।
ब्रिटिश विशेषज्ञ डेविड स्ट्रेन ने कहा कि इस शोध के परिणाम चिंता में डालने वाले हैं। डेविड स्ट्रेन ने कहा, ‘इस वायरस के तेजी से फैलने की वजह से वे लोग (युवा महिलाएं) भी इसकी चपेट में आ रहे हैं जिनके बारे में पहले बहुत कम खतरा रहता था। ये लोग भी अब अस्पताल जा रहे हैं।’ उन्होंने कहा कि पहले वेब में कोरोना की चपेट में सबसे ज्यादा पुरुष आते थे लेकिन अब महिला और पुरुष मरीजों का यह अनुपात 50: 50 हो गया है। इस बीच ब्रिटेन में कोरोना वायरस संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए सोमवार से यात्रा के नियम कड़े बना दिए गए हैं। इसके तहत 33 उच्च खतरा वाले ‘रेड लिस्ट’ देशों से ब्रिटेन लौटने वाले लोगों को आवश्यक रूप से होटल में आइसोलेशन में रहना होगा।
नए मानकों का गंभीर उल्लंघन करने वालों को दस साल की जेल और 10 हजार पाउंड तक का जुर्माना हो सकता है। यहां आने वाले लोगों को सरकार की तरफ से निर्धारित होटलों में दस दिनों तक आइसोलेशन में रहने के लिए पहले से बुकिंग करानी होगी और इसके लिए उन्हें 1750 पाउंड का भुगतान करना होगा। इसमें होटल का खर्च, परिवहन और पहुंचने के बाद दो अलग-अलग जांच का खर्च शामिल है। जिन लोगों ने भारत जैसे ‘रेड लिस्ट’ देशों का दौरा नहीं किया है, उन्हें दस दिनों तक आवश्यक रूप से घर में आइसोलेशन में रहना पड़ेगा और पहुंचने के दूसरे और आठवें दिन दो आवश्यक कोविड-19 जांच कराने होंगे। बता दें कि ब्रिटेन में कोरोना वायरस के अब तक 40 लाख मामले सामने आए हैं और एक लाख 17 हजार लोगों की मौत हो गई है।