नई दिल्ली, स्वदेशी सोशल मीडिया ऐप कू की यूजर्स संख्या तीस लाख के पार पहुंच गई है। माइक्रो ब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म ट्विटर को लेकर बढ़ते विवाद के बीच स्वदेशी ऐप कू की लोकप्रियता बढी है। केंद्र सरकार के मंत्रियों और सरकारी विभागों का समर्थन मिलने के चलते कू ऐप के यूजर्स की संख्या तेजी से बढ़ रही है। कू ऐप के डाउनलोड इस हफ्ते 10 गुना बढ़ गए हैं। आईटी मंत्रालय ने ट्विटर के बारे में अपना रुख बताने के लिए कू का इस्तेमाल किया है।
मंत्रालय ने ट्विटर से कई कथित भड़काऊ सामग्री को वापस लेने का आदेश दिया था, जिसका ट्विटर ने अभी पूरी तरह पालन नहीं किया। आईटी मंत्रालय और पीयूष गोयल जैसे कुछ मंत्रियों ने लोगों से कू को अपनाने की अपील की, जिसके चलते इसके यूजर्स की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है। कू के को फाउंडर मयंक बिदावत ने बताया, ”हमारे पास लगभग 15 लाख सक्रिय यूजर्स सहित कुल 20 लाख से अधिक यूजर्स थे। अब हमने 30 लाख का आंकड़ा पार कर लिया है।” मालूम हो कि अप्रमेय राधाकृष्ण और मयंक बिदावत ने पिछले साल कू की शुरुआत की थी, ताकि उपयोगकर्ताओं को अपनी बात कहने और भारतीय भाषाओं के मंच के साथ जुड़ने का अवसर मिल सके। यह हिंदी, तेलुगु और बंगाली सहित कई भाषाओं में उपलब्ध है। कू इंफोसिस के पूर्व कार्यकारी टीवी मोहनदास पई द्वारा समर्थित है। इसने पिछले हफ्ते एक्सल, कलारी कैपिटल, ब्लूम वेंचर्स एंड ड्रीम इनक्यूबेटर और थ्रीवनफोर कैपिटल से 41 लाख अमरीकी डॉलर जुटाए थे।
बता दें कि ट्विटर के 1.75 करोड़ यूजर्स हैं। दिलचस्प बात यह है कि कू के को फाउंडर अप्रमेय राधाकृष्ण ने इस प्लेटफॉर्म की बढ़ती लोकप्रियता के बारे में बताने के लिए ट्विटर का इस्तेमाल किया और लिखा, ”हमारे सिस्टम पहले से अधिक लोड का सामना कर रहे हैं। हम पर भरोसा रखने के लिए धन्यवाद। हमारी टीम इसे ठीक करने के लिए काम कर रही है।”