इंदौर, खनिज अधिकारी खन्ना को नौकरी से हटाने के बाद अब खनिज निरीक्षक डामोर को सस्पेंड किया गया है। इंदौर में पदस्थ खनिज निरीक्षक चैनसिंह डामोर के घोटालों की शिकायत मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चैहान को की गई थी। गिट्टी-मुरम की अवैध खुदाई और बालू रेत के ट्रकों को रोकने के मामले में अनसुनी करने पर उन्हें कल निलंबित कर दिया।
2018 में में अलीराजपुर में डामोर ने फर्जी रायल्टी के रेत के अवैध ट्रक को छुड़ाया था, जांच मंे डामोर दोषी पाए गए थे और कलेक्टर ने इन्हें निलंबित किया था। इंदौर में उच्च न्यायालय के आदेश के बाद बीस खदानें बंद की गई थी, उन्हें डामोर ने अवैध रूप से चलवाया। खदानों पर क्रेशर चलते रहे और बिजली के बिल भी खदान वाले भरते रहे, लेकिन इन्होंने कब्जा नहीं लिया। खासकर इंदौर जिले के महू तहसील के ग्राम सीतापाट स्थित खदान (पट्टेदार नितिन पिता लक्ष्मीनारायण चैहान) को सांठगांठ कर बगैर अपर कलेक्टर, कलेक्टर के अनुमोदन लिए चालू करवा दी। जिले में तीन खनिज इंस्पेक्टर हैं जिसमें आलोक अग्रवाल के पास इंदौर-महू तहसील, चैनसिंह डामोर को देपालपुर और सांवेर और प्रभा शर्मा को पूरे जिले का प्रभार है।