कासगंज, जनपद कासगंज में शराब माफिया पर कार्रवाई करने गई पुलिस पर बदमाशों ने हमला कर एक सिपाही की बदमाशों ने पीट-पीटकर हत्या कर दी तो वहीं एक दारोगा को गंभीर रूप से घायल कर दिया। इसके बाद पुलिस ने बुधवार तड़के एक एनकाउंटर में इस हत्याकांड के मुख्य आरोपी मोती के भाई एलकार सिंह को मार गिराया, जबकि अन्य की तलाश में लगातार दबिश दी जा रही है। मारा गया बदमाश एलकार सिंह भी हिस्ट्रीशीटर है और वह जेल भी जा चुका है।
घटना सिढ़पुरा थाना क्षेत्र के गांव नगला धीमर की है, जहां गांव पहुंचते ही शराब माफियाओं ने पुलिस पर हमला कर दिया और दारोगा अशोक पाल और सिपाही देवेंद्र को बंधक बना कर सिपाही को पीट-पीट कर मौत के घाट उतार दिया। वहीं, दारोगा की बेरहमी से पिटाई की गई। मामले की जानकारी होने पर आलाधिकारी भी घटनास्थल पहुंचे। काफी खोजबीन के बाद दारोगा निर्वस्त्र और लहूलुहान हालत में गांव से डेढ़ किलोमीटर दूर खेत में पड़े मिले। वहीं, सिपाही का शव मौके से बरामद किया गया। दारोगा अशोक को जिला अस्पताल से अलीगढ़ रेफर किया गया है। मुख्यमंत्री ने आरोपियों पर एनएसए लगाने सहित कड़ी से कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश तथा मृतक सिपाही के परिजनों को 50 लाख रुपये की आर्थिक मदद और एक परिजन को सरकारी नौकरी देने की घोषणा की है।
घटनास्थल पहुंचे एडीजी अजय आनन्द ने भारी पुलिसबल के साथ निरीक्षण किया। उन्होंने बताया कि एसआई अशोक पाल और कॉन्स्टेबल देवेंद्र गस्त पर थे। इस दौरान नगला धीमर में कच्ची शराब बनाने की सूचना मिली। तभी करीब साढ़े छह बजे सीओ पटियाली को सूचना मिली थी कि एसआई और कॉन्स्टेबल के साथ मारपीट की गई है। सूचना पर कासगंज पुलिस और आसपास के जनपदों की पुलिस गांव पहुंची, जहां पुलिस को काली नदी की कटरी में तीन किलोमीटर की दूरी पर सिपाही और एसआई घायल हालत में मिले थे। अस्पताल ले जाते वक्त घायल सिपाही ने रास्ते में दम तोड़ दिया और एसआई को इलाज के लिए अलीगढ़ रेफर किया गया है। एडीजी ने बताया कि घटना के बाद पूरे गांव को घेर कर तलाशी की जा रही है। अपराधियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी। एडीजी अजय आनन्द ने बताया की घटना का मुख्य आरोपी मोती धीमर बताया है, जो सिढ़पुरा कोतवाली से हिस्ट्रीशीटर बदमाश है। उसपर 11 मुकदमे दर्ज हैं। कई जिलों की पुलिस को मोती की तलाश है।
सिपाही देवेंद्र की 4 साल पहले हुई थी शादी:
कासगंज जिले के गांव नगला धीमर में बदमाशों की बेरहमी के शिकार बने सिपाही देवेंद्र सिंह आगरा के नगला बिंदु गांव के रहने वाले थे। सिपाही देवेंद्र ने 2015 में यूपी पुलिस में कांस्टेबल पद पर जॉइनिंग की थी। उनकी शादी 2017 में ब्लॉक शमशाबाद क्षेत्र के नगला में हुई थी। देवेंद्र के दो बेटी हैं। बड़ी बेटी वैष्णवी (3) और छोटी बेटी गुड़िया (1) माह है।