नई दिल्ली, विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा है कि गणतंत्र दिवस पर दिल्ली में हिंसा एक बड़ी साजिश का हिस्सा थी। इस संबंध में उन्होंने दिल्ली पुलिस द्वारा खोजी गई टूल किट का हवाला दिया जो किसानों के मुद्दे पर पर्यावरण कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग और अन्य के द्वारा ट्वीट करते वक्त साझा की गई थी। जयशंकर ने कहा कि टूल किट से अहम जानकारी सामने आई है।
जयशंकर ने कहा कि दिल्ली पुलिस की जांच के साथ और ब्योरा सामने लाया जाएगा। जयशंकर ने कुछ सेलेब्रिटी पर निशाना साधते हुए कहा, “टूल किट से बहुत कुछ खुलासा हुआ है। हमें इंतजार करना होगा कि क्या सामने आता है। कुछ सेलेब्रिटी के इस मुद्दे पर प्रतिक्रिया देने पर विदेश मंत्रालय की टिप्पणी आने का यही कारण था। उन्होंने ऐसे मुद्दे पर टिप्पणी की, जिसके बारे में उन्हें स्पष्ट तौर पर ज्यादा जानकारी नहीं थी।”
ज्ञात रहे कि ग्रेटा थनबर्ग ने किसान आंदोलन पर ट्वीट के साथ एक टूलकिट शेयर की थी, जिसमें किसानों का समर्थन करने के तमाम आइडिया सुझाए गए थे। लेकिन इनमें से ज्यादातर सुझाव गणतंत्र दिवस से जुड़े हुए प्रतीत हो रहे थे। हालांकि उन्होंने तुरंत ही इस टूल किट को डिलीट कर दिया और अगले दिन नया लिंक साझा किया। इसमें उन्होंने लिखा कि पुराना दस्तावेज इसलिए हटाया गया, क्योंकि यह काम का नहीं था। दिल्ली पुलिस की साइबर सेल यूनिट ने गूगल और सोशल मीडिया कंपनियों से डॉक्यूमेट बनाने वाले से जुड़े खातों के साथ ईमेल आईडी, यूआरएल समेत तमाम अन्य रिकॉर्ड मांगे हैं। शुरुआती तौर पर यह टूलकिट पोएटिक जस्टिस फाउंडेशन से जुड़ी प्रतीत होती है, जो एक खालिस्तानी समूह है।
दिल्ली पुलिस ने कहा कि कुछ लोगों ने टूल किट का यह डॉक्यूमेंट तैयार किया था और इनकी पहचान करना बेहद महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह साजिश का एक हिस्सा हो सकती है।