भोपाल, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने निर्देश दिए कि जिन नगरों तथा ग्रामों में खेल मैदान या स्टेडियम बनाए गए हैं, उनके रख-रखाव के लिए नीति विकसित की जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि खेल मैदानों के रख-रखाव के लिए बजट आवंटन कहा से आएगा और इसके लिए कौन उत्तरदायी होगा। बच्चों तथा युवाओं को खेल सुविधा निरंतर उपलब्ध हो सके, इसके लिए खेल मैदानों का सतत रख-रखाव आवश्यक है। मुख्यमंत्री श्री चौहान शुक्रवार को निवास पर जन-प्रतिनिधियों तथा अधिकारियों से जन-कल्याण तथा अधोसंरचना निर्माण से संबंधित योजनाओं पर चर्चा कर रहे थे।
जन-कल्याणकारी योजनाओं में पात्र व्यक्ति वंचित न रहे
चौहान ने कहा है कि यह सुनिश्चित किया जाए कि गरीबी रेखा के नीचे जीवन-यापन कर रहे परिवारों के राशन कार्ड, दिव्यांग सहायता, आयुष्मान कार्ड, पेंशन योजनाओं और संबल योजना सहित सभी जन-कल्याणकारी योजनाओं से कोई भी पात्र व्यक्ति वंचित न रहे। इस संबंध में यदि कोई प्रकरण भोपाल आता है, तो यह माना जाएगा कि जिला स्तर पर कार्य ठीक नहीं चल रहा है। यह देखना भी आवश्यक है कि कोई भी अपात्र व्यक्ति योजना से लाभान्वित न हो।
विकासखण्ड तथा विधानसभा क्षेत्र की अपनी अलग पहचान बनाए
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि गाँवों के विकास का पंचवर्षीय रोडमैप विकसित किया जाए तथा बजट उपलब्धता के आधार पर निर्धारित प्राथमिकताओं का चरणबद्ध रूप से सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि जहाँ स्कूल, स्वास्थ्य केन्द्र, आँगनवाड़ी और सार्वजनिक सुविधा संबंधी निर्माण कार्य प्रस्तावित हैं, वहाँ यदि अतिक्रमण हो तो उन्हें तत्काल हटाया जाए। सभी गाँवों में हर घर में नल-जल सुविधा उपलब्ध कराई जाए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि पुरातत्व तथा पर्यटन की दृष्टि से महत्वपूर्ण स्थानों का विकास भी आवश्यक है। जिले के साथ विकासखण्ड तथा विधानसभा क्षेत्र की भी अपनी अलग पहचान विकसित की जाए।