लंदन, एक ताजा अध्ययन में संकेत मिल रहे हैं कि कोरोना वायरस आप के दिमाग को कमजोर कर सकता है। दरअसल, हाल के समय में कोरोना संक्रमित कुछ मरीजों में सिर दर्द, आशंकित रहना और भ्रम में रहने जैसे अनुभव सामने आ रहे हैं। जानकारों का कहना है कि कोरोना वायरस की वजह से इंसान के दिमाग पर असर पड़ सकता है, जो बहुत ही घातक है, इसके संकेत शुरुआती दौर से ही मिल रहे हैं।
यह स्टडी अप्रैल 2020 में शुरू की गयी थी, जिसमें स्वीडन के उप्साला विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं की टीम शामिल थी। इस रिसर्च में स्वीडन में शोधकर्ताओं ने कोरोना संक्रमित हो चुके 19 लोगों के मस्तिष्कमेरु द्रव के नमूने लिए। जांच में पाया गया कि इन रोगियों में भ्रम से लेकर कोमा तक के न्यूरोलॉजिकल लक्षण थे। जांच के दौरान आठ लोगों (42 प्रतिशत) की मानसिक स्थिति में बदलाव था और आठ को कोविड-19 के कारण सिरदर्द भी था। जीका वायरस के मामले में भी कहा गया था कि इससे दिमाग की कोशिकाओं को काफी नुकसान पहुंचता है।
दूसरी ओर, यूके और यूएस के शोधकर्ताओं की टीम ने भी एक शोध शुरू किया है, जिसमें यह देखा जा रहा है कि क्या कोरोना संक्रमण से अल्जाइमर का खतरा बढ़ सकता है? हालांकि, अभी तक इससे जुड़ी कोई ठोस जानकारी नहीं मिल पाई है। शोधकर्ताओं ने स्टडी में लिखा है कि कोरोना वायरस के लिए जिम्मेदार सार्स कोव-2 दिमाग को संक्रमित कर सकते हैं और शरीर के न्यूरॉन्स नेटवर्क को भी प्रभावित कर सकते हैं। यह स्ट्रक्चर वास्तव में दिमाग में बहने वाली रहने वाले खून की नसों की सुरक्षा करता है और उसे किसी बाहरी हमले से बचाता है।