नई दिल्ली, किसानों और सरकार के बीच शुक्रवार को हुई 9वें दौर की बातचीत भी बेनतीजा ही रही। दोनों पक्षों के बीच अगली मुलाकात 19 जनवरी को आयोजित की जाएगी। राजधानी दिल्ली स्थित विज्ञान भवन में जारी चर्चा में केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, पीयूष गोयल और सोम प्रकाश मौजूद रहे। इससे पहले हुई 8 बार की बातचीत में अब तक केवल पराली जलाने और सब्सिडी से जुड़ी मांगों पर ही सहमति बन सकी है।
एक ओर सरकार कानूनों में संशोधन के लिए तैयार है, तो दूसरी ओर किसान नए कृषि कानूनों को वापस लिए जाने की मांग पर अड़े हुए हैं। हालांकि, सरकार ने कहा है कि कानून वापस लिया जाना कोई विकल्प नहीं है। कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने इस वार्ता को लेकर काफी उम्मीद जताई थी। वार्ता में कृषि मंत्री तोमर ने किसानों से थोड़ा लचीला होने की अपील की। पंजाब किसान मोर्चा के बलजीत सिंह बाली ने बताया ‘अपनी बात की शुरुआत में तोमर ने कहा कि आप लोग लगातार यह कह रहे हैं कि सरकार अड़ी हुई है और इसे अहंकार का मुद्दा बना रही है। जबकि, हमने आपकी कई मांगें मान ली हैं। आपको नहीं लगता कि आपको थोड़ा लचीला होना चाहिए और कानून वापस लेने की मांग पर अड़े नहीं रहना चाहिए। गौरतलब है कि 11 जनवरी को सुप्रीम कोर्ट ने नए कानूनों के लागू होने पर रोक लगा दी थी। वहीं, 4 सदस्यीय टीम का गठन करने उन्हें मामले को खत्म करने की जिम्मेदारी दी गई थी। किसानों ने सर्वोच्च न्यायालय के फैसला का स्वागत किया था, लेकिन नई समिति को अस्वीकार कर दिया था। किसानों ने आरोप लगाया था कि समिति में शामिल लोग कृषि कानूनों के समर्थक हैं।
कांग्रेस नेताओं को दिल्ली पुलिस ने हिरासत में लिया
इधर, जंतर-मंतर पर प्रदर्शन कर रहे कांग्रेस नेताओं को दिल्ली पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। पुलिस ने रवनीत सिंह बिट्टू, गुरजीत सिंह औजला और एक अन्य कांग्रेस विधायक को हिरासत में लिया है। ये नेता लंबे समय से नए कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे। इस पुलिस कार्रवाई को लेकर सांसद औजला ने ट्वीट किया ‘श्रीमान नरेंद्र मोदी और अमित शाह आपके एजेंट्स हमें गिरफ्तार करने जंतर मंतर आ गए हैं। कृपया ठीक तरह से सैनिटाइज और साफ कर लें।’