भोपाल, मध्यप्रदेश में नगरीय निकाय और त्रिस्तरीय पंचायतों के आम चुनाव आगामी अप्रैल-मई महीने में संपन्न कराए जाएंगे। चुनाव कार्यक्रम मार्च के प्रथम पखवाडे में घोषित किए जा सकते हैं। इसकी तैयारियां राज्य निर्वाचन आयोग ने तेज कर दी हैं। राज्य निर्वाचन आयुक्त बसंत प्रताप सिंह ने बुधवार को सभी कलेक्टरों से वीडियो कांफ्रेंसिंंग के माध्यम से तैयारियों की जानकारी ली और बताया कि निकाय चुनाव दो और पंचायत चुनाव तीन चरण में हो सकते हैं। मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन तीन मार्च को होगा। बताया जा रहा है कि मार्च के पहले पखवाड़े में चुनाव कार्यक्रम घोषित किया जा सकता है। बैठक में राज्य निर्वाचन आयुक्त ने कहा कि एक जनवरी 2021 की आधार पर फोटोयुक्त मतदाता सूची के पुनरीक्षण का काम किया जा रहा है। 15 फरवरी तक दावे-आपत्ति के लिए आवेदन लिए जाएंगे। इसका व्यापक प्रचार किया जाए। मतदाता सूची का काम पूरी तरह निष्पक्ष होना चाहिए। यह निष्पक्षता भी नजर आनी चाहिए। तीन मार्च को सूची के प्रकाशन के बाद चुनाव की प्रक्रिया शुरू होगी। अध्यक्ष और महापौर के चुनाव प्रत्यक्ष रूप से मतदाताओं द्वारा किया जाएगा। कोरोना की स्थिति को देखते हुए मतदान का समय एक घंटा बढ़ाया गया है। अब सुबह सात से शाम छह बजे तक मतदान होगा। इस बार पार्षदों को भी खर्च का ब्योरा देना होगा। चुनाव में लगने वाले अमले की ड्यूटी के दौरान मृत्यु होने पर 30 लाख रुपये की क्षतिपूर्ति राशि दी जाएगी।निकाय चुनाव के साथ जिला और जनपद पंचायत सदस्य के लिए मतदान इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन से होगा। सरपंच और पंच के लिए मतपत्र से मतदान कराया जाएगा।