भोपाल, प्रदेश में कभी भी बिजली सकंट छा सकता है। करीब 8 सौ करोड़ रुपए बकाया होने के कारण कोयला कंपनियों द्वारा बिजली कंपनी को कोयले की सप्लाई में कटौती की जा रही है। वर्तमान स्थिति में सभी पावर प्लांटों में कोयले के स्टॉक में कमी आ गई है। जानकारों की मानें तो एक महीने से भी कम का स्टॉक उपलब्ध है। ऐसे में अगर सप्लाई पहले की तरह पूरी नहीं हुई तो बिजली संकट पैदा हो जाएगा।
लंबे समय से कोयला कंपनियों द्वारा जनरेशन कंपनी को जो कोयले की सप्लाई की जा रही है उसका करीब 8 सौ करोड़ रुपए का बकाया है। पूर्व में बिजली कंपनी द्वारा समय पर राशि का भुगतान किया जाता रहा है कि मगर पिछले तीन-चार माह से आर्थिक स्थिति गड़बड़ाने से भुगतान में भी रुकावट आ गई है और पिछला बकाया बढ़ते ही जा रहा है।