लंदन, स्त्री का मां बनने का अनुभव ही उसे मातृत्व के शीर्ष पर पहुंचाता है और अगर प्रसूता के गर्भ में पहले से जुड़वा हो और फिर वह उसी दौरान तीसरे बच्चे के लिए भी गर्भ धारण करले तो इसे मातृत्व की पराकाष्ठा कहा जाए तो अतिशयोक्ति ही कहा जाएगा। कुछ ऐसा ही मामला ब्रिटेन में सामने आया है। दरअसल एक मां के गर्भ में पहले से ही जुड़वा बच्चे पल रहे थे और अब उसके गर्भ में तीसरा बच्चा भी आ गया है। पहले से गर्भ में पल रहे दोनों बच्चे तीसरे बच्चे से 10 और 11 दिन बड़े हैं। तीसरे बच्चे के गर्भधारण के बाद महिला बहुत प्रसन्न है और तीनों बच्चों को एक साथ जन्म देना चाहती है। यह गर्भवती मां अपनी डबल प्रेगनेंसी की अविश्वसनीय यात्रा के हर क्षण को टिकटाक पर सहेज कर रख रही है। इस महिला की स्थिति को मेडिकल भाषा में सुपरफेटेशन के रूप में जाना जाता है। सुपरफेटेशन तब होता है जब पहले से फर्टिलाइज्ड अंडा मां के गर्भाशय में पल रहा हो और इस दौरान गर्भवती स्त्री का अंडा फिर से किसी स्पर्म द्वारा फर्टिलाइज हो जाए। जब एक और अंडे को शुक्राणु द्वारा निषेचित किया जाता है और पहले एक के बाद गर्भ के दिनों या हफ्तों में प्रत्यारोपित किया जाता है। इसके परिणामस्वरूप दूसरी गर्भावस्था होती है। यह पता करने के लिए कि यह सुपरफेटेशन है और कुपोषित बच्चा नहीं है, डॉक्टर हर दो हफ्ते में इस महिला का अल्ट्रासाउंड कर रहे हैं।
मिशिगन की ऑब्स्ट्रेटिशन कॉनी हेडमार्क कहती हैं, ‘प्रेग्नेंसी हॉर्मोन्स आमतौर पर महिला के प्रजनन संबंधी व्यवस्था को पूरी तरह से बंद कर देते हैं जिस वजह से गर्भावस्था के दौरान उसके ऑव्यूलेट यानी अण्डोत्सर्ग करने की संभावना पूरी तरह से समाप्त हो जाती है। यही वजह है कि सुपरफिटेशन को विशिष्ट और अनूठी घटना माना जाता है।’ इस महिला ने भी एक वीडियो में बताया उसने कहा कि उसने प्राकृतिक रूप से गर्भधारण किया है। उसने किसी प्रजनन क्षमता वाले ड्रग्स नहीं लिए थे। महिला ने बताया कि वह एक महीने में दो बार हाइपरओव्यूलेट और ओव्यूलेट करती है इसलिए वह पहले से ही जुड़वा बच्चों के गर्भ में होने के बाद भी दोबारा गर्भवती हो गई। उसका कहना था कि आपके प्रेग्नेंसी हार्मोन ओव्यूलेशन से रोकते हैं पर मेरे मामले में ऐसा नहीं हुआ। अगर पहले से गर्भवती महिला फिर से गर्भधारण कर लेती है तो गर्भ में पल रहे दोनों बच्चों का जन्म वैसे तो एक साथ एक ही समय पर होगा लेकिन उन दोनों के बीच कितना अंतर होगा यह इस बात पर निर्भर करेगा कि किस भ्रूण ने कब विकसित होना शुरू किया और साथ ही दोनों भ्रूण के आकार और आयु में भी अंतर होगा।