रायपुर, विधानसभा में कृषि उपज मंडी संशोधन विधेयक बहुमत से पास हो गया है। इसके पहले विधानसभा में कृषि उपजमंडी संशोधन विधेयक पर चर्चा हुई। इस दौरान चावल का उठाव नहीं होने का मामला विधानसभा में गरमाया। भाजपा विधायक सौरभ सिंह के भाषण से चर्चा की शुरुआत हुई। सौरभ सिंह ने धान खरीदी का मुद्दा उठाया। नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि आप लोग चिट्ठी लिखने के अलावा करते क्या हैं? नेता प्रतिपक्ष के प्ररश्न के जवाब में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि हमारी जिम्मेदारी है हम उससे पीछे नहीं भाग सकते। श्री बघेल ने कहा कि 1 दिसंबर से धान खरीदी की शुरुआत हुई है, 40 लाख मैट्रिक टन धान की खरीदी कर चुके हैं। उठाव की अनुमति नहीं मिली है, मैं लगातार इसके लिए प्रयास कर रहा हूं, एक माह हो गया है अनुमति नहीं मिली है ऐसे में पत्र नहीं लिखें तो क्या करें?
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि मैं नेता प्रतिपक्ष की बात का समर्थन करता हूं लेकिन उन्हें भारत सरकार से एफसीआई के माध्यम से चावल की खरीदी की अनुमति दी जानी चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा- देश में अनाज का बफर स्टॉक है धान खरीदी पर्याप्त हो चुकी है। केंद्र सरकार हमें एथेनॉल बनाने की अनुमति दे दे। पूरे देश में अनाज की समस्या खत्म हो जाएगी। मुख्यमंत्री ने नेता प्रतिपक्ष से हाथ जोड़कर आग्रह किया कि आप केंद्र सरकार से धान से एथेनॉल बनाने की अनुमति दिला दें। भारत सरकार को मेरे सुझाव को स्वीकार कर लेना चाहिए।