वाशिंगटन, अमेरिका में कोरोना संकट के बीच नई बीमारी ने पैर पसारने शुरू कर दिए हैं। दिमाग को चट कर जाने वाले अमीबा से अमेरिका में कई मौतें हुई हैं। इस अमीबा का वैज्ञानिक नाम नेग्लरिया फाउलेरी है। डॉक्टरों से लेकर वैज्ञानिकों तक सभी पता करने में जुटे हैं कि यह कहां से आया है। फिलहाल नेग्लरिया फाउलेरी अमीबा अमेरिका के दक्षिणी राज्यों में फैल रहा है। जलवायु परिवर्तन इसके संक्रमण की मुख्य वजह है। रिपोर्ट के अनुसार, नेग्लरिया फाउलेरी नामक यह घातक अमीबा मस्तिष्क को खा जाता है।
अमेरिका के रोग नियंत्रण एवं रोकथाम केंद्र के मुताबिक, यह बीमारी अब उत्तरी अमेरिका के राज्यों में भी फैलना शुरू हो गई है। वैज्ञानिकों ने इसके लिए चेतावनी भी जारी की है। जान लें कि नेग्लरिया फाउलेरी अमीबा पानी से जुड़ा है और पानी हमारे जीवन का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा है।
दिमाग को चट कर जाने वाला अमीबा यानी नेग्लरिया फाउलेरी आम तौर पर झीलों, नदियों और गर्म झरनों और मिट्टी जैसे गर्म ताजे पानी में पाया जाता है। यह एक एकल कोशिका जीवित जीव (सिंगल सेल लिविंग ऑर्गेनिज्म) है। इसके संक्रमण की बीमारी बेहद घातक होती है। इससे मौत निश्चित मानी जाती है। नेग्लेरिया फाउलेरी के संक्रमण के मुख्य लक्षणों में गंभीर सिरदर्द, बुखार और उल्टी शामिल है। इसके अलावा गर्दन कड़ी होना, दौरे पड़ना, मानसिक बीमारी और कोमा में चले जाना शामिल है। वैज्ञानिकों का मानना है कि सही समय पर नेग्लेरिया फाउलेरी के संक्रमण की बीमारी का पता चल जाने पर संक्रमित की जान बचाई जा सकती है।