भोपाल, देश का पहला जियोपार्क लम्हेटा-भेड़ाघाट में 5 एकड़ एरिया में बनाया जाएगा। यह पार्क निर्मित होने के साथ ही पूरे विश्व के जियोपार्कों से भी जुड़ जाएगा, जिससे अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर टूरिज्म को बढ़ावा मिलेगा। जबलपुर के साथ मध्य प्रदेश की सभी चट्टानों और करोड़ों साल पुराने फॉर्मेशन को यह प्रस्तुत करेगा। विशेष बात यह होगी कि इसमें टूरिज्म से संबंधित अन्य गतिविधियाँ भी संचालित होंगी ताकि जबलपुर के आसपास जो असीम सुंदरता, प्राचीनता है उसको सामने रखा जा सके। लाइट एण्ड साउण्ड शो होगा। निर्माण के साथ ही इसमें जियो टूरिस्ट भ्रमण करें, पूरे विश्व से लोगों का आना जाना होगा। अभी शुरूआत स्तर पर इसके लिए केन्द्रीय खनिज मंत्रालय ने हरी झण्डी दे दी है।
पर्यटन के लिहाज से आकर्षण का केन्द्र होगा- सांसद राकेश सिंह ने बताया कि केन्द्रीय खनिज मंत्रालय के द्वारा अनुमोदित किये जाने से इसके बनने का रास्ता साफ हो गया है। इसे इंटरनेशन स्तर पर जोड़ा जाना भी प्राथमिकता है। यह पर्यटन के लिहाज से आकर्षण का केन्द्र बनेगा। जीएसआई के डायरेक्टर जनरल को जबलपुर बुलाया गया था और रिपोर्ट तैयार कराकर इसमें काम किया गया।
बहुत कुछ होगा यहाँ देखने लायक
सांसद ने बताया कि इस पार्क में शैलों को आयुक्रम के अनुसार प्रदर्शित किया जाएगा। पोस्टर, मॉडल, एनीमेशन, थियेटर का निर्माण, भू वैज्ञानिक विरासत, समुद्री भू विज्ञान, अंटार्कटिका, इंजीनियरिंग, प्राकृतिक खतरों आदि का फिल्मों द्वारा प्रदर्शन व बहुत कुछ ऐसा होगा कि जिसे पूरे विश्व से लोग देखने आएँगे। मध्य प्रदेश की विभिन्न संस्कृतियों को, विभिन्न कालों को भू विज्ञान के साथ में प्रदर्शित किया जाएगा।
पुस्तकालय और रीडिंग कक्ष
इसमें जियोलॉजिकल आगंतुक, छात्रों और भू वैज्ञानिक अन्वेषकों के अनुकूल पुस्तकालय एवं संयुक्त अध्ययन कक्ष होगा। इसमें आने वाले पर्यटकों को किसी प्रकार की शंकाएँ हैं तो उनका उत्तर देने विशेषज्ञ भी होंगे। जियोपार्क एक सुंदर पर्यटक एवं शैक्षणिक रूप से मील का पत्थर साबित होने वाला है। सुरम्य वातावरण में रॉक गठन से जुड़ी भू गर्भीय प्रक्रियाओं के बारे में शिक्षित करेगा। जिनके बारे में अभी तक थोड़ा बहुत सुना है, विरासता, विकास और भू गर्भ से संबंधित दिलचस्प कहानियाँ भी इसमें बताई जाएँगी।