नई दिल्ली,देश में कोरोना के सक्रिय मरीजों की संख्या जो लगातार कम हो रही थी वह अचानक बढ़ने लगी है, क्योंकि प्रतिदिन जितने नए मरीज मिल रहे हैं, उनके मुकाबले ठीक होने वालों की संख्या कम है। यह ट्रेंड पिछले 1 सप्ताह से देखने को मिल रहा है। देश के अनेक प्रांतों में शीत लहर का प्रकोप है। इस कारण कोरोना ने पलटवार किया है।
ज्ञात रहे कि अमेरिका जैसे देश कोरोना की दूसरी और तीसरी लहर से जूझ रहे हैं और वहां पर प्रतिदिन नए मरीजों की संख्या दो लाख से ऊपर है। यूरोप में भी कोरोना का पलटवार हो चुका है। अनेक देशों ने फिर से लॉकडाउन लागू करने जैसे कदम उठाए हैं लेकिन भारत में अब लॉकडाउन को झेलने की आर्थिक सामर्थ्य नहीं बची है।
इसी कारण सरकार कोरोना के बढ़ते प्रकोप को लेकर चिंतित है। प्रधानमंत्री मंगलवार को दो चरणों में कोरोनावायरस प्रभावित राज्यों के मुख्यमंत्रियों से चर्चा करने वाले हैं।
भारत में इस समय 91 लाख 70 हजार 900 लोगों तक कोरोनावायरस का संक्रमण पहुंच चुका है। यह सरकारी आंकड़ा है। लेकिन सीरो सर्वे के मुताबिक देश के 10 करोड़ से अधिक लोग कोरोना से संक्रमित होने के बाद एंटीबॉडी विकसित कर चुके हैं। इस बीमारी से भारत में ठीक होने वालों का सरकारी आंकड़ा 85 लाख 92 हजार 407 है। अब तक 1,34,088 लोगों की मौत इस जानलेवा बीमारी से भारत में हो चुकी है। मौतों की दृष्टि से भारत दुनिया में तीसरे नंबर पर है। हालांकि संक्रमण की दृष्टि से भारत दूसरे नंबर पर है। सोमवार को महाराष्ट्र में 4153, कर्नाटक में 1509, तमिलनाडु में 1624, केरल में 4508, उत्तरप्रदेश में 2013, पश्चिम बंगाल में 3557, राजस्थान में 3232, हरियाणा में 2017, गुजरात में 1437, मध्यप्रदेश में 1701 नए संक्रमित मरीज मिले हैं। आंध्रप्रदेश में मरीजों की संख्या में अचानक गिरावट आई है। यहां सोमवार को कुल 545 मरीज ही मिले। लेकिन दिल्ली, हरियाणा, केरल, महाराष्ट्र, राजस्थान, पश्चिम बंगाल और उत्तरप्रदेश जैसे राज्यों में बड़ी संख्या में मरीजों का मिलना चिंता का विषय है।