नई दिल्ली,देश के दस फीसदी ट्रक जल्द ही डीजल के बजाए लिक्विड नेचुरल गैस एलएनजी से चलेंगे। केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धमेंद्र प्रधान ने कहा कि एनएनजी परिवहन के लिए भविष्य का ईंधन बनने जा रहा है। उन्होंने कहा कि इसके लिए वाहनों के रेट्रो-फिटिंग के साथ-साथ मूल उपकरणों का विकास किया जा रहा है। इसके साथ उन्होंने कहा कि तीन साल में एक साल एलएनजी टर्मिनल खोलने का ऐलान किया। धमेंद्र प्रधान ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए पहले 50 एलएनजी स्टेशनों की आधारशिला रखते हुए कहा कि स्वर्णिम चतुर्भुज पर 200 से 300 किलोमीटर की दूरी पर एलएनजी स्टेशन स्थापित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि तीन साल के भीतर सभी प्रमुख सड़कों, औद्योगिक केंद्रों और खनन क्षेत्रों पर 1000 एलएनजी स्टेशन होंगे। उन्होंने उम्मीद जताई कि दस फीसदी ट्रक एलएनजी ईंधन का इस्तेमाल करेंगे। इससे पेट्रोलियम पदार्थो के इस्तेमाल पर भी सकारात्मक असर पड़ेगा। उन्होंने कहा कि एलएनजी न केवल डीजल की तुलना में लगभग 40% सस्ती है, बल्कि बहुत कम प्रदूषण का कारण भी है। भारी वाहनों में एलएनजी के उपयोग से न केवल ईंधन की लागत में कटौती होगी, बल्कि महंगाई को रोकने में भी मदद मिलेगी। धमेंद्र प्रधान ने ऑटोमोबाइल निर्माताओं से एलएनजी से चलने वाले वाहनों का उत्पादन करने का आग्रह किया है। ताकि, इस लक्ष्य को जल्द से जल्द हासिल किया जा सकता है। इससे गैस आधारित अर्थव्यवस्था बनाने में मदद मिलेगी। केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री ने कहा कि कंपनियां 6,000 किलोमीटर लंबे राजमार्गों के साथ चार मुख्य महानगरीय क्षेत्रों को जोड़ने के लिए एलएनजी ईंधन स्टेशनों की स्थापना करेंगी। उन्होंने कहा कि प्रारंभिक चरण में परिवहन क्षेत्र को 25 मिलियन क्यूबिक मीटर प्रति दिन एलएनजी के बराबर उपयोग किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि अभी ऊर्जा क्षेत्र में गैस की हिस्सेदारी इस वक्त 6.3 फीसदी है। सरकार ने वर्ष 2030 तक ऊर्जा क्षेत्र में गैस की हिस्सेदारी 15 फीसदी करने का लक्ष्य रखा है।
दस फीसदी ट्रक जल्द ही डीजल के बजाए एलएनजी से शुरू करेंगे चलना
