नई दिल्ली, बिहार चुनाव में महागठबंधन का हिस्सा रही कांग्रेस का प्रदर्शन खराब रहने पर सहयोगी दलों के साथ ही कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने पार्टी पर निशाना साधा है। सिब्बल ने अंग्रेजी अखबार को दिए साक्षात्कार में कहा है, कि ऐसा लगता है कि पार्टी नेतृत्व ने शायद हर चुनाव में पराजय को ही अपनी नियति मान लिया है। उन्होंने कहा कि बिहार ही नहीं, उपचुनावों के नतीजों से भी ऐसा लग रहा है कि देश के लोग कांग्रेस पार्टी को प्रभावी विकल्प नहीं मान रहे हैं। बिहार चुनाव में महागठबंधन की घटक कांग्रेस सिर्फ 19 सीटों पर सिमट गई, जबकि कांग्रेस ने 70 सीटों पर चुनाव लड़ा था। तेजस्वी के नेतृत्व में महागठबंधन के सत्ता से दूर रहने का प्रमुख कारण कांग्रेस के निराशाजनक प्रदर्शन को भी माना जा रहा है। इसके बाद अब कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने एडवाइजरी पैनल की बैठक आहूत की है। केसी वेणुगोपाल, अहमद पटेल, अंबिका सोनी, रणदीप सुरजेवाला और एके एंटनी के पैनल को अगस्त में गठित किया गया था। बिहार चुनाव में देखा गया कि कांग्रेस के पारंपरिक वोटबैंक भी क्षेत्रीय दलों के पास खिसक रहे हैं। चुनाव में ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम ने अच्छा प्रदर्शन किया।