इंदौर, कम्प्यूटर बाबा ने पहले तत्कालीन भाजपा सरकार का विरोध किया और मुख्यमंत्री द्वारा निकाली गई नर्मदा यात्रा और पौधारोपण के घोटालों की जांच की घोषणा कर दी। उसके बाद 2018 के विधानसभा चुनाव से ठीक पहले बाबा को मंत्री पद का दर्जा देकर मना लिया गया। प्रशासन को शिकायत मिली कि एयरपोर्ट क्षेत्र में अनेक विवादित जमीनों पर बाबा के अवैध कब्जे हैं और सुपर कॉरिडोर पर फारेस्ट यानी वन विभाग की जमीन भी कब्जे में है। रेत खनन माफिया से ही करोड़ों रुपए कमाए गए। लिहाजा बाबा के सभी बैंक खातों की भी जांच प्रशासन करवाएगा और फिर असामान्य राशियां मिलने पर आयकर विभाग को इसका ब्योरा सौंपेगा।
कलेक्टर मनीष सिंह ने पुष्टि की कि कम्प्यूटर बाबा के खिलाफ लगातार शिकायतें मिलती रहीं और मंदिरों के साथ-साथ विवादित जमीनों के सौदे, तोड़बट्टे भी किए जाते रहे और ऐसी कई विवादित जमीनों पर बाबा और उनके समर्थकों ने कब्जा कर लिया। सुपर कॉरिडोर में वन विभाग की जमीन पर भी कब्जा किए जाने की शिकायत प्रशासन को मिली है। सूत्रों का कहना है कि कम्प्यूटर बाबा लगातार नर्मदा के किनारे होने वाले रेत खनन का मुद्दा भी उठाते रहे और मंत्री पद का दर्जा पाने के बाद उन्होंने कई खदानों पर छापे मारने की नौटंकी भी की थी। उसके बाद रेत माफियाओं से ही अवैध रूप से करोड़ों रुपए हासिल भी किए और अपनी अवैध सल्तनत खड़ी कर ली। अब प्रशासन कम्प्यूटर बाबा के सभी बैंक खातों की जांच करवा रहा है और कलेक्टर के मुताबिक इन खातों में असामान्य रूप से राशियां जमा मिलने पर इसका ब्योरा आयकर विभाग को सौंपा जाएगा।
नर्मदा किनारे 16 आश्रम की भी जानकारी
कम्प्यूटर बाबा पर पहले मेहरबान रहे शासन ने भी पिछले दिनों विरोध के चलते बाबा द्वारा अर्जित की गई अकूत सम्पदा की जांच शुरू करवाई। नर्मदा के किनारे हुए पौधारोपण और रेत खनन घोटाले के आरोप लगाकर बाबा सत्ता में शामिल हो गए और फिर खुद की अवैध सल्तनत कायम कर ली। सूत्रों का कहना है कि नर्मदा किनारे बाबा के 16 आश्रमों की जानकारी मिली है, जिनमें से ज्यादातर अवैध जमीनों पर कब्जा कर बनाए गए हैं।
कांग्रेस ने की निंदा, दिग्गी का आया ट्वीट
कांग्रेस की कमलनाथ सरकार ने भी बाबा को भरपूर संरक्षण दिया और उसके पहले शिवराज सरकार में उन्हेंं मंत्री पद का दर्जा मिला था। लिहाजा आज बाबा के खिलाफ की गई कार्रवाई पर राजनीतिक बयानबाजी भी शुरू हो गई। भाजपा ने जहां इस कार्रवाई का समर्थन किया तो कांग्रेस की ओर से तीखा विरोध दर्ज कराया गया। पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद दिग्विजयसिंह ने भी ट्वीट करते हुए शासन-प्रशासन पर आरोप लगाए कि कम्प्यूटर बाबा के खिलाफ बदले की कार्रवाई की गई और अवैध रूप से मंदिर-आश्रम को तोड़ा गया।
मुक्त जमीन पर अत्याधुनिक गोशाला बनेगी- कलेक्टर
कलेक्टर मनीष सिंह ने आज यहां पूरी सख्ती और दबंगता से कम्प्यूटर बाबा के वर्षों से किए गए कब्जे और अवैध निर्माण तुड़वाए, वहीं बाबा को हिरासत में लेकर जेल भिजवा दिया। कलेक्टर के मुताबिक गोम्मटगिरि की यह 46 एकड़ जमीन गोशाला के लिए ही चिह्नित की गई थी और जिला योजना समिति में सन 2000 में इस आशय के लिए प्रस्ताव भी पास हुआ, जिसमें से लगभग 40 एकड़ जमीन का मूल्य 80 करोड़ होता है, जिसे अतिक्रमण से मुक्त कराया गया। अब जमीन पर अच्छी अत्याधुनिक गोशाला का निर्माण कर इस पूरे क्षेत्र को धार्मिक स्थल के रूप में विकसित करेंगे।
कम्प्यूटर बाबा के बैंक खातों की भी होगी जांच, आयकर विभाग को सौंपा जायेगा ब्यौरा
