निवाड़ी/पृथ्वीपुर,200 फीट गहरे बोरवेल में गिरे पांच साल के बालक को कड़ी मशक्कत के बाद रविवार सुबह बाहर तो निकाल लिया लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका। देशभर में चार दिनों से इस बच्चे की सलामती की दुआएं की जा रही थीं। आर्मी और एनडीआरएफ समेत जिला प्रशासन की टीमें 24 घंटे रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी थी, लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था। सभी के प्रयास विफल रहे। पांच साल का प्रहलाद कुशवाह बोरवेल से तो बाहर निकला, लेकिन वो अपनी आंखें नहीं खोल पाया।
चार दिनों से बोरवेल में उल्टे फंसे प्रहलाद को बाहर निकलने और उसकी एक झलक देखने के लिए हजारों की संख्या में लोग जमा थे। कई लोग आसपास के पेड़ों पर चढ़कर बच्चे को बाहर निकलता देखने के लिए बैठे थे। कई लोग टीवी पर निगाह लगाए हुए थे। मंदिरों में पूजा अर्चना की जा रही थी।
मुख्यमंत्री ने व्यक्त किया दुख
मुझे अत्यंत दु:ख है की निवाड़ी के सैतपुरा गांव में अपने खेत के बोरवेल में गिरे मासूम प्रहलाद को 90 घंटे के रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद भी बचा नहीं पाए। एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, और अन्य विशेषज्ञों की टीम ने दिन-रात मेहनत की लेकिन अंत में रविवार सुबह 3:00 बजे बेटे का मृत शरीर निकाला गया।
नया बोरवेल बनाने के लिए 5 लाख देंगे
चौहान ने कहा कि दु:ख की इस घड़ी में, मैं एवं पूरा प्रदेश प्रहलाद के परिवार के साथ खड़ा है और मासूम बेटे की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना कर रहा है। सरकार द्वारा प्रहलाद के परिवार को 5 लाख का मुआवजा दिया जा रहा है, एवं उनके खेत में एक नया बोरवेल भी बनाया जाएगा।
आखिरकार जिंदगी की जंग हार गया प्रहलाद, पांचवे दिन बोरवेल से बाहर निकाला जा सका बच्चा
