मप्र में उपचुनाव की सीटों पर 70 % वोट पड़े, ग्वालियर-चंबल संभाग की सीटों पर मतदान में हिंसा और बूथ कैप्चरिंग

भोपाल, मप्र की 28 विधानसभा सीटों पर मंगलवार को मतदान हुआ। कोरोनाकाल के बावजुद मप्र की सभी 28 सीटों पर मतदाताओं का उत्साह देखने को मिला। प्रदेश में कुल 70 फीसदी मतदान हुए। इसके साथ ही सरकार और प्रत्याशियों का भाग्य ईवीएम में कैद हो गया है। अब 10 नवंबर को मतगणना होगी।
मप्र में मंगलवार को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मतदान हुए। उसके बावजुद छुटपुट विवाद की घटनाओं के बीच सुमावली, भिंड और मुरैना जिले में फायरिंग की घटनाएं सामने आई हैं। इसके अलावा दो स्थानों पर बूथ कैप्चरिंग की भी घटना सामने आई है।
मतदाताओं का उत्साह दिखा
उपचुनाव के दौरान मतदाताओं के उत्साह को देखकर कहीं लगा ही नहीं की यह कोरोना संक्रमण का दौर है। प्रदेश के 19 जिलों के 28 विधानसभा क्षेत्रों में विधानसभा निर्वाचन 2018 में 72.93 और लोकसभा निर्वाचन 2019 में 66.22 प्रतिशत मतदान हुआ था। लेकिन उपचुनाव में कोरोना वायरस के बाद भी मतदाताओं का उत्साह दिखा।
आगर मालवा में सबसे ज्यादा बदनावर में 81.26 फीसदी तथा सबसे कम ग्वालियर ईस्ट में 42.99 प्रतिशत वोट डाले गए। 2018 के चुनावों में इन सीटों पर 76.28 फीसदी वोटिंग हुई थी। चंबल अंचल के भिंड और मुरैना में वोटिंग के दौरान हिंसा भी हुई। दोनों जिलों में चुनाव के दौरान कई जगह फायरिंग हुई, वहीं, भिण्ड के लिलोई गांव में कुछ लोगों ने ईवीएम में भी तोडफ़ोड़ कर दी। मुरैना के जौरी गांव में पूर्व सांसद बाबूलाल सोलंकी के निवास पर भी फायरिंग हुई है। बमोरी क्षेत्र में घूमने पर गुना के भाजपा जिलाध्यक्ष गजेंद्र सिकरवार समेत तीन लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया। इधर, मुरैना जिले में सुमावली विधानसभा सीट के कासपुरा और खनेता गांव में फायरिंग की घटना हुई। इसमें एक महिला को गोली लगी। यहां दो बाइक भी जलाई गईं। जौरा में बाहुबलियों ने मतदान रोकने की कोशिश की। इसकी शिकायत की गई है। इससे पहले कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने ट्वीट कर ईवीएम से वोटिंग करवाने पर सवाल उठाए। शिवराज सिंह ने कहा कि कांग्रेस पहले ही हार की भूमिका बनाने लगी है।
8 मतदान केंद्रों पर फायरिंग
भिंड जिले के मेहगांव विधानसभा क्षेत्र के लिलोरी में बूथ कैप्चरिंग की कोशिश हुई। इस दौरान ईवीएम क्षतिग्रस्त हो गई। इस घटना के बाद कलेक्टर मौके पर पहुंच गए थे। बताया जा रहा है कि असामाजिक तत्वों ने ईवीएम को तोड़ दिया।
घटना मेहगांव के गोरमी और लोलोई गांव के पोलिंग बूथों पर हुई। मतदान केंद्र का पूरा सामान बिखर गया। लोग दहशत में यहां-वहां भागने लगे। इस घटना के बाद आधे घंटे तक मतदान केंद्र पर वोटिंग रुकी रही। घटना के बाद कलेक्टर मौके पर पहुंच गए हैं। पुलिस बल भी पहुंच गया है।
चुनाव के दौरान 9 जगह फायरिंग
28 सीटों पर हो रहे उपचुनाव में सबसे ज्यादा सीटें ग्वालियर-चंबल संभाग में हैं। सुमावली विधानसभा क्षेत्र में फायरिंग की घटनाएं हुई हैं। सुमावली में 6 और भिंड जिले में 2 और मुरैना में एक स्थान पर फायरिंग हुई है।
ग्रामीणों ने किया मतदान का बहिष्कार
उधर, मतदान के बहिष्कार की भी खबरें आई हैं। सांची विधानसभा के गैरतगंज के देवरीगढ़ी में ग्रामीणों ने मतदान का बहिष्कार किया गया। देवरीगढ़ी के पोलिंग बूथ क्रमांक 270 पर गांव के लोग बिजली समस्या सुधार की मांग को लेकर जिद पर अड़े रहे। स्थिति को देखते हुए अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर ग्रामीणों को समझाने की कोशिश की, लेकिन उसके बाद भी कोई निराकरण नहीं निकल पाया। ग्रामीणों का कहना है कि मौके पर पहुंचे अधिकारी ने उन्हें आश्वासन तक नहीं दिया, जिसके चलते वे लोग मतदान नहीं करने की जिद पर डटे रहेंगे।
वहीं दूसरी ओर बुरहानपुर में नेपानगर नगर पालिका के चुना भट्टा इलाके के 250 मतदाता वोटिंग का बहिष्कार किया। अपनी मूलभूत सुविधाओं की शिकायतों को लेकर इन लोगों ने उपचुनाव का बहिष्कार किया, जिसके कारण मतदान केंद्र खाली पड़ा है। बता दें कि कुछ दिन पहले भी इन लोगों ने अपनी समस्याओं को लेकर गांव में रैली निकाली थी। ये लोग पूर्व में ही उपचुनाव में मतदान नहीं करने का मन बना चुके हैं। उपचुनाव से पहले ही इन्होंने मोहल्ले के बाहर एक बैनर लगाया था जिसपर लिखा है पट्टे नहीं तो वोट नहीं, इतना ही नहीं इन लोगों ने प्रत्याशियों को भी प्रचार के लिए अपने मोहल्ले में घुसने तक नहीं दिया था।
बमोरी ने उपचुनाव में तोड़ा पिछले विधानसभा चुनाव का रिकार्ड
बमोरी ने पिछले विधानसभा चुनाव में मतदान का बनाया अपना ही रिकार्ड उपचुनाव में तोड़ दिया। 2018 के विस चुनाव में बमोरी में 79.63 फीसद मतदान हुआ था, लेकिन 2020 में हुए उपचुनाव में 80 प्रतिशत से ज्यादा मतदाताओं ने अपने मताधिकार का उपयोग किया।
भाजपा जिलाध्यक्ष पर दर्ज हुआ मामला
इधर, भाजपा जिलाध्यक्ष गजेंद्रसिंह सिकरवार सहित भाजपा नेता ओएन शर्मा व संतोष धाकड़ पर फतेहगढ़ थानाक्षेत्र में धारा 188 का मामला दर्ज किया गया। थाना प्रभारी मनीष धाकड़ ने बताया कि कांग्रेस की ओर से शिकायत की गई थी कि उक्त भाजपाजन का बमोरी में वोट न होने के बाद प्रतिबंधित क्षेत्र में घूम रहे हैं। इस पर उनके खिलाफ 188 की कार्रवाई की गई है। इधर, भाजपा जिलाध्यक्ष श्री सिकरवार ने बताया कि हम अनुमति मिली गाड़ी से फतेहगढ़ थानाक्षेत्र के आनापुरा गांव की ओर जा रहे थे। हमसे आनापुरा मतदान केंद्र एक किमी दूर था, लेकिन कांग्रेस प्रत्याशी ने बाहरी होकर क्षेत्र में घूमकर मतदाताओं को प्रभावित करने की शिकायत की। यह उनकी बौखलाहट से ज्यादा कुछ नहीं है।
मतदान केंद्रों पर प्रयाप्त इंतजाम
प्रदेश की 28 विधानसभा सीटों के 9361 पोलिंग बूथ पर मंगलवार को मतदाताओं ने वोटिंग की। वोटिंग सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक मतदान हुआ। कुल 355 प्रत्याशी मैदान में हैं। परिणाम 10 नवंबर को आएंगे। कोरोनाकाल के इस पहले मतदान में चुनाव आयोग ने वोटर की सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे। 60 लाख सर्जिकल मास्क, 1.95 लाख फेस शील्ड, 87 हजार लीटर सैनिटाइजर, 60 लाख पॉलिथीन ग्लव्ज मतदान कर्मियों को दिए गए हैं, ताकि कोरोना से व्यवधान न आए।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *