भोपाल, राजधानी की कोलार थाना पुलिस ने बीते दिनो झुग्गी में अचानक आग लग जाने से युवक की जिंदा जलकर मौत हो जाने के मामले मे सनसनीखेज खूलासा किया है। यहाँ दो मजदूरों ने मारपीट के बाद युवक को झुग्गी में बंद कर जिंदा जला दिया था। प्रत्यक्षदर्शियो के बयान के आधार पुलिस ने हत्या का मुकदमा दर्ज कर दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों ने नशे में वारदात को अंजाम देने की बात स्वीकार कर ली है। कोलार थाना पुलिस ने जानकारी देते हुए बताया कि प्रायवेट काम मरने वाला 35 वर्षीय विनोद अहिरवार नाम का युवक गरीब नगर में नाले के पास झुग्गी बनाकर अकेला ही रहता था, जबकि उसके परिवार के अन्य लोग मोहल्ले में ही आसपास रहते हैं। घर वालों से उसकी बनती नहीं थी, जिसके चलते उसका हमेशा झगड़ा ही होता रहता था, इसलिए वह अकेला रहने लगा था। विनाद शराब पीने आदी था, शराब के नशे में भी उसका कई लोगों से विवाद होता रहता था। ओर वो मोहल्ले में ही रहने वाले सूरजनाथ और आकाश नाम के मजदूरों के साथ बैठकर वह अक्सर शराब पीता था। पुलिस ने बताया कि घटना वाले दिन भी उसका दोनो से विवाद हो गया था, जिसके बाद विनोद ने उन दोनो की पिटाई लगा दी थी। बाद मे रात के समय सूरज और आकाश ने विनोद के साथ डंडों से मारपीट की ओर फिर मौकै से भाग निकले। इसकी शिकायत विनोद ने सीएम हैल्पलाईन मे भी की थी। इसके बाद विनोद अपनी झुग्गी में चला गया। थोड़ी देर बाद सूरज और आकाश फिर से अपने साथ बॉटल मे पैट्रौल लेकर वहां पहुंचे तथा उन्होंने झुग्गी के दरवाजे पर बाहर से ताला लगा दिया, जिससे कि विनोद बाहर नहीं आ सके ओर न ही कोई उसे बचाने भीतर जा सके। ताला डालने के बाद उन्होंने पेट्रौल डालकर आग लगा दी। पूरी झुग्गी जलने के बाद विनोद की अंदर झुलसने के कारण मौत हो गई। पुलिस ने इस मामले में पूर्व में मर्ग कायम किया था। मर्ग की जांच के दौरान पुलिस ने परिजनों से पूछताछ की। इसी दौरान पुलिस को पता चला कि मृतक का जहॉ दोनो से विवाद हुआ था वही एक प्रत्यक्षदर्शी गवाह भी मिल गया। जिसने सूरज और आकाश को झुग्गी में आग लगाकर भागते हुए देखा था। पुलिस ने जांच के बाद दोनो के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर उन्हे गिरफ्तार कर लिया।