श्रीनगर, गुपकार डिक्लेरेशन पर दस्तखत करने वाले राजनीतिक दलों ने कश्मीर में नए गठबंधन का ऐलान किया है। नेशनल कॉन्फ्रेंस के चीफ फारूक अब्दुल्ला ने गुरुवार को अपने गुपकार रोड स्थित आवास पर इसका ऐलान किया। उन्होंने कहा कि गठबंधन का मकसद जम्मू-कश्मीर में 5 अगस्त 2019 से पहले की स्थिति बहाल करना है यानी अनुच्छेद 370 की वापसी।
पिछले साल पीडीपी, नेशनल कॉन्फ्रेंस, कांग्रेस, माकपा, जम्मू-कश्मीर पीपुल्स कॉन्फ्रेंस, पैंथर्स पार्टी और जम्मू-कश्मीर अवामी नेशनल कॉन्फ्रेंस समेत कई पार्टियों ने गुपकार डिक्लेरेशन पर दस्तखत किए थे। ये डिक्लेरेशन विशेष दर्जा वापस दिए जाने और राज्य का संविधान लागू किए जाने के लिए हुआ था।
मिलकर चुनाव लड़ सकता है अलायंस ।
फारूक ने कहा, हमने इस अलायंस का नाम पीपुल्स अलायंस रखा है। कानूनी दायरे में रहकर ये गठबंधन जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा वापस दिए जाने की संवैधानिक लड़ाई लड़ेगा। हम चाहते हैं कि केंद्र सरकार हमारी जनता को वो अधिकार वापस करे, जो 5 अगस्त 2019 से पहले मिले हुए थे। माना जा रहा है कि विधानसभा वाले केंद्र शासित प्रदेश बन चुके जम्मू-कश्मीर में अगर चुनाव का ऐलान होता है तो ये सभी दल मिलकर चुनाव लड़ेंगे।
नवंबर 2018 में गठबंधन हुआ था
इससे पहले नवंबर 2018 में पीडीपी की अगुआई में गठबंधन बना था। इसमें नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस भी शामिल थे। दरअसल, करीब तीन साल से सरकार चला रही पीडीपी और भाजपा के बीच जून 2018 में गठबंधन टूटा था। 5 महीने बाद तब के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने विधानसभा भी भंग कर दी थी। लेकिन राज्यपाल के इस फैसले से आधे घंटे पहले पीडीपी चीफ महबूबा मुफ्ती ने राज्यपाल को भेजी चि_ी में कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस के समर्थन की बात कही थी। उन्होंने कहा था कि उनके साथ 56 विधायक हैं, लेकिन राजभवन का कहना था कि महबूबा का फैक्स हमें रिसीव ही नहीं हुआ।