भोपाल, उपचुनाव को लेकर अब इस बात का जिक्र ज्यादा होने लगा है कि यह चुनाव शिवराज और कमलनाथ के बीच है या फिर सिंधिया या कमलनाथ के बीच। सिंधिया समर्थित 22 नेता चुनाव लड़ रहे हैं। पूरी 28 विधानसभा सीटों का दौरा कर भोपाल पहुंचे भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रभात झा ने दावा किया है कि यह चुनाव शिवराज वर्सेस कमलनाथ के बीच है।
प्रदेश भाजपा कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत करते हुए प्रभात झा ने कहा प्रदेश में 28 विधानसभा सीटों पर जैसा उपचुनाव हो रहा है वैसा हमने इससे पहले देखा नहीं, सुना नहीं। इन सीटों पर 128 मंडल और 7920 बूथ हैं। ये पहला चुनाव है, जहां बूथ पर बैठने के लिए कांग्रेस के पास लोग नहीं है। ये चुनाव शिवराज और कमलनाथ के बीच है। विरोधियों की कमजोरी हमारी मजबूती है।
गोविंद सिंह कांग्रेस से नाराज
प्रभात झा ने कहा मैं जब तमाम सीटों पर दौरा कर रहा था। तब मेरी बात कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गोविंद सिंह से हुई वह नाराज हैं। उन्होंने मुझसे कहा कि मुझे नेता प्रतिपक्ष बनाए जाने की बात की थी। लेकिन कमलनाथ ही नेता प्रतिपक्ष भी बन गए। गोविंद सिंह कांग्रेस के वरिष्ठ नेता के साथ उनका ग्वालियर चंबल संभाग में भी खासा असर है।
व्यवस्था का नाम भाजपा
प्रभात झा ने सिंधिया के लिए कहा कि शिवराज, सिंधिया एक और एक ग्यारह और बाकी सब नौ दो ग्यारह हो गए हैं। उन्होंने कमलनाथ को चुनौती दी कि वह सिद्ध करके बताएं कि विधायकों को 35-35 करोड़ रुपए दिए गए। सिंधिया के कार्यकर्ता भी भाजपा के कार्यकर्ता के साथ मिलजुल कर काम कर रहे हैं। व्यवस्था का नाम भाजपा और अव्यवस्था का नाम कांग्रेस है।
भू माफिया के बयान पर दिया गोलमोल जवाब
प्रभात झा ने यह भी कहा कि जो अपने नेताओं को नहीं संभाल सके, वह क्या करेंगे। कांग्रेस हार रही है। ये व्यक्ति आधारित पार्टी है। केंद्र में राहुल गांधी और मध्यप्रदेश में कमलनाथ बने रहें इससे हमें कम मेहनत करनी पड़ती है। प्रभात झा ने सिंधिया पर भू माफिया होने का आरोप लगाया था। इस पर अब झा का कहना है जब कोई विरोध में रहता है तो पार्टी ने तय किया था विरोध करेंगे। इसलिए विरोध किया। अब वैचारिक रूप से सहोदय हो गया हूं। मैं इस सवाल पर यही जवाब दूंगा। आप कितना भी पूछ लें। सिंधिया को नेक्स्ट टू राहुल गांधी कहा जाता था। हम सब एक भाव से चुनाव लड़ रहे हैं।