जबलपुर, मेडीकल कॉलेज में शुक्रवार को फिर सुपर स्पेशिएलिटी हॉस्पिटल से एक कोरोना पॉजीटिव मरीज ने कूदकर आत्महत्या कर ली। उसके कमर में गंभीर चोटें आ गई थी इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। आत्महत्या करने की नीयत से कूदे कटनी जिले के बहौरीबंद निवासी ४६ वर्षीय इस मरीज को दो दिन पहले ही ७ अक्टूबर को मेडीकल के रीजनल स्पाईन सेंटर में भर्ती किया गया था गुरुवार की रात सुपर स्पेशिएलिटी हॉस्पिटल में शिफ्ट किया गया था। यहां बता दें कि इसके पूर्व भी एक मरीज यहां से कूदकर आत्महत्या कर चुका हैं, जबकि २ अन्य मरीज कूदने के प्रयास कर चुवंâे हैं। पुलिस मामलें की विवेचना कर रही हैं।
बाथरुम की खिड़की से कूद गया
बताया जाता हे कि मेडीकल के सुपर स्पेशिएलिटी अस्पताल में कोरोना पॉजिटिव युवक ४६ वर्षीय कटनी के बहौरीबंद के कुआं ग्राम निवासी सतीश कुमार दुबे को कोरोना पॉजिटिव आने पर मेडीकल कॉलेज के स्पाईन सेंटर में बनायें गये कोविड वार्ड में भर्ती कराया गया। इसके बाद गुरुवार की रात मेडीकल की सुपर स्पेशिएलिटी हॉस्पिटल में शिफ्ट किया गया था। शुक्रवार की सुबह के वक्त कोरोना पाजिटिव युवक उठकर वार्ड में इधर से उधर टहलता रहा, इसके बाद जब उसने देखा कि कोई कर्मचारी नहीं आ जा रहा है, तभी वह बाथरुम की खिड़की से कूद गया, युवक को कूदते देख मरीजों से नीचे खड़े लोगों में चीख पुकार मच गई, मरीज को तत्काल ही उठाकर अंदर ले गए, उसकी कमर पर गंभीर चोटें आई थी, जिससे वह उठकर खड़ा भी नहीं हो पा रहा था, उपचार के दौरान पूर्वान्ह ११.३० बजे उसकी मृत्यु हो गई। एक बार फिर मेडीकल की सुरक्षा पर सवाल खड़े हो गये।
ओटीएस को जाली से बंद कराने काम शुरु कराया
इस घटना की खबर मिलते ही प्रबंधन के अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए थे, जिन्होंने सबसे पहले ओटीएस को जाली से बंद करने का काम शुरु करा दिया था ताकि इस तरह की घटनाएं दोबारा न हो सके, गौरतलब है कि इसके पहले भी एक और कोरोना पाजिटिव मरीज ने बिल्डिंग से कूदकर अपनी जान दे दी है, इसके बाद फिर आत्महत्या की कोशिश की गई है, जिससे एक बात तो साफ है कि कही न कहीं मेडीकल अस्पताल में मरीजों के इलाज में की जा रही लापरवाही, उचित देखरेख न होने के कारण भी पीडि़त इस तरह के कदम उठाने के लिए मजबूर हो रहे है। फिलहाल पुलिस ने मर्ग कायम कर मामलें की जांच शुरु कर दी है।