नई दिल्ली, यस बैंक के को-फाउंडर राणा कपूर के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग मामले की जांच कर रहे प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने उनके लंदन में स्थित एक फ्लैट को अस्थायी रूप से अटैच कर दिया है। फ्लैट का बाजार मूल्य करीब 127 करोड़ रुपये है। ईडी ने शुक्रवार को एक बयान में यह जानकारी दी। राणा कपूर ने 2017 में यह प्रॉपर्टी 93 करोड़ रुपये में खरीदी थी।
ईडी ने कहा कि उस विश्वस्त सूत्र से जानकारी मिली थी कि कपूर प्रॉपर्टी को बेचने के चक्कर में हैं। इसके लिए उन्होंने एक जाने माने प्रॉपर्टी कंसल्टैंट को भी हायर किया है। इस प्रॉपर्टी को कई बेवसाइट पर बिक्री के लिए लिस्ट किया गया है। प्रक्रिया के तहत अब ईडी ब्रिटेन में अटैचमेंट ऑर्डर को लागू कराने के लिए वहां की संबंधित एजेंसी से संपर्क करेगी। साथ ही एक नोटिस भी निकाला जाएगा कि इस प्रॉपर्टी को पीएमएलए के प्रावधानों के तहत कुर्क किया गया है, लिहाजा इस बेचा या खरीदा नहीं जा सकता है।
ईडी ने इसके पहले मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पीएमएलए के तहत राणा कपूर की 2203 करोड़ रुपये की सपंत्ति अटैच की है। इसके अलावा डीएचएफएल के प्रमोटर्स कपिल और धीरज वधावन की संपत्तियां भी कुर्क की गई हैं। साथ ही कपूर की कुछ विदेशी संपत्तियों पर भी रोक लगाई गई थी। ईडी का आरोप है कि कपूर और उनके परिवार के सदस्यों तथा अन्य लोगों ने बैंक के जरिये बड़े कर्ज देने के लिए ‘घूस’ ली। इन लोगों ने करीब 4,300 करोड़ रुपये की अपराध की कमाई को इधर-उधर किया। बाद में यह कर्ज गैर निष्पादित आस्ति (एनपीए) बन गया। कपूर को केंद्रीय जांच एजेंसी ने मार्च में गिरफ्तार किया था। फिलहाल वह जेल में है। ईडी ने वधावन ब्रदर्स की भी 1400 करोड़ की संपत्ति अटैच की है। इसमें भारत और विदेश में उनके नाम की प्रॉपर्टी शामिल है। वधावन ब्रदर्शन की पुणे, ऑस्ट्रेलिया, न्यूयॉर्क और लंदन की संपत्ति अटैच की गई है। राणा कपूर के मामले में इस मामले में कपिल और धीरज वधावन के साथ-साथ उनकी नॉन फाइनैंशल कंपनी डीएचएफएल को भी आरोपी बनाया गया है।