उज्जैन, यहाँ कोरोना वायरस से पांच शिक्षिकाओं की मौत से पूरा शिक्षा विभाग दहशत में आ गया है। संक्रमण के डर से जिला शिक्षा कार्यालय में बड़ी संख्या मे छुट्टी के आवेदन आए हैं। हालांकि विभाग ने स्पष्ट किया है कि जायज कारण होने पर ही छुट्टी का आवेदन स्वीकार किया जाएगा, अन्यथा अपने आप सावधानी रखते हुए अपना कार्य जारी रखे। वैसे तो शिक्षा विभाग सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को आनलाइन पढ़ाई करा रहा है और हमारा घर हमारा विद्यालय अभियान के तहत जो मोहल्ला क्लासेस संचालित हो रही थी, उसे भी बंद करने जा रहा है। वहीं शिक्षा विभाग के सोशल मीडिया ग्रुपों पर इन दिनों उज्जैन जिले में एक एक कर पांच शिक्षिकाओं की मौत कोरोना वायरस के संक्रमण से हो गई है। इसका संदेश चलाया जा रहा है, साथ ही अपील भी की जा रही है कि बगैर कारण से वे अपने घरों से बाहर नहीं निकले। इधर जिला शिक्षा कार्यालय के सूत्रों ने बताया कि पांच शिक्षिकाओं की कोरोना वायरस से मौत होने के बाद शिक्षा विभाग में दहशत बनी हुई है और शिक्षकों ने बड़ी संख्या में छुट्टी का आवेदन भी दिया हैं। चूंकि अभी 21 सितम्बर से 9वीं से 12वीं तक के बच्चों को स्कूल में आकर शिक्षकों से मार्गदर्शन लेने की अनुमति दी गई है और आनलाइन पढ़ाई भी जारी है, ऐसे में विभाग ने स्पष्ट किया है कि जायज कारण होने पर ही छुट्टी स्वीकार की जाएगी। अन्यथा शिक्षकों को सावधानी बरतते हुए अपना कार्य करना होगा।