लखनऊ, उत्तर प्रदेश सरकार ने अब शनिवार को होने वाली पूर्ण बंदी को समाप्त कर दिया है। शनिवार को भी सुबह नौ से रात नौ बजे तक बाजार खुलेंगे। अब शनिवार को रात 12 बजे से रविवार रात 12 बजे तक पूर्ण बंदी रहेगी और साफ-सफाई का पूरा अभियान सिर्फ रविवार को ही चलेगा। मुख्यमंत्री ने प्रदेश में बाजारों की साप्ताहिक बन्दी रविवार को निर्धारित करने के निर्देष दिए हैं।
अपर मुख्य सचिव गृह एवं सूचना अवनीश कुमार अवस्थी में मंगलवार को यहां बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आदेश दिया है कि अब शनिवार को बंदी नहीं रहेगी। शनिवार को भी सुबह नौ से रात नौ बजे तक बाजार खुलेंगे। उन्होंने बताया कि अब शनिवार को रात 12 बजे से रविवार रात 12 बजे तक पूर्ण बंदी रहेगी और साफ-सफाई का पूरा अभियान सिर्फ रविवार को ही चलेगा। याद हो कि राज्य सरकार ने गत 14 जुलाई को एक आदेश जारी करते हुए हर शनिवार और रविवार को साप्ताहिक पूर्ण बंदी करने की व्यवस्था लागू की थी। इसकी खासी आलोचना भी हुई थी।
केंद्र सरकार द्वारा पिछले दिनों अनलॉक-4 के सिलसिले में दिशा निर्देश जारी किए जाने के बाद राज्य सरकार ने भी अपनी तरफ से हिदायतें जारी की थीं लेकिन उनमें भी शनिवार और रविवार की साप्ताहिक बंदी को यथावत रखने की बात कही गई थी। अपर मुख्य सचिव ने बताया कि मुख्यमंत्री ने कहा है कि जब तक कोविड-19 की कोई कारगर दवा अथवा वैक्सीन विकसित नहीं हो जाती, तब तक अधिक से अधिक टेस्टिंग ही इसके खिलाफ सबसे बड़ा हथियार है। इसलिए टेस्टिंग कार्य में वृद्धि के प्रयास लगातार जारी रखे जाएं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मंगलवार को यहां एक उच्च स्तरीय बैठक में अनलाॅक व्यवस्था की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जनपद लखनऊ में विशेषज्ञ चिकित्सकों की एक टीम गठित की जाए, जो डिजिटल प्लेटफाॅर्म पर जनता की स्वास्थ्य सम्बन्धी दिक्कतों को दूर करने में परामर्श प्रदान करे। उन्होंने काॅन्टेक्ट ट्रेसिंग, सर्विलांस तथा डोर-टू-डोर सर्वे कार्य को तेजी से संचालित करने के निर्देश भी दिए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि समस्त जिलाधिकारी तथा मुख्य चिकित्सा अधिकारी सुबह कोविड चिकित्सालय में तथा शाम को इंटीग्रेटेड कमाण्ड एण्ड कंट्रोल सेण्टर में नियमित रूप से बैठक कर कार्यों की समीक्षा करें तथा आगे की रणनीति बनाएं। उन्होंने पुलिस को पेट्रोलिंग गतिविधियां बढ़ाने के निर्देश दिए। उन्होंने विकास योजनाओं को गति प्रदान किए जाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि कृषि उत्पादन आयुक्त, अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त, अपर मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव तथा विभागाध्यक्ष अपने अधीनस्थ कार्यालयों का निरीक्षण करें।