नई दिल्ली, दिल्ली के ढिचाऊ के पास एक कुएं में मिले 45 वर्षीय ओम प्रकाश सिंह के शव के मामले में पुलिस ने उसके नौकर तसलीम को रविवार शाम गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी तसलीम ने पुलिस को बताया कि वह अपनी सैलरी बढ़ाने की मांग कर रहा था। लेकिन ओम प्रकाश और उसके भतीजे ने पुरूषोतम ने उसको डांट दिया और सैलरी बढ़ाने से मना कर दिया। जिससे गुस्साए तसलीम ने ओम प्रकाश की हत्या कर उसके शव को कुएं में फें कर फरार हो गया। पुलिस अधिकारी ने बताया कि 22 अगस्त को बाबा हरिदास नगर थाना पुलिस को कुएं से बदबू आने की सूचना मिली। पुलिस मौके पर पहुंची और कुएं से एक बोरा निकाला गया। इस बोरे में एक युवक का शव था। जिसके हाथ पैर बांधे हुए थे। पुलिस ने शव की पहचान जाफरपुर गांव निवासी ओम प्रकाश के रूप में की। ओम प्रकाश के भतीजे पुरूषोतम ने पुलिस को बताया कि उनकी दो डेयरी है और दोनों का काम चाचा ही संभालते थे। चाचा की शादी नहीं हुई थी, जिसके चलते वह डेयरी पर ही सोया करते थे। उन्होंने जून में तसलीम को डेयरी पर काम करने के लिए 12 हजार रुपए महीना की सैलरी पर काम पर रखा था। लेकिन 11 अगस्त को तसलीम सैलरी बढ़ाने के लिए बोल कर झगडा करने लगा। ओम प्रकाश ने झगड़े के बारे में पुरूषोतम को बताया। जिसके बाद पुरूषोतम डेयरी पर पहुंचा और तसलीत से सैलरी को लेकर दोनों की बहस हो गई। बहस के बाद पुरूषोतम वहां से चला गया। देर रात आरोपी तसलीम ने ओम प्रकाश के हाथ पैर बांधे और उसकी जमकर पिटाई की। पिटाई के बाद आरोपी ने उसकी गला दबाकर हत्या कर दी और उसे बोरे में बंद कर कुएं में फेंक कर फरार हो गया। अगली सुबह जब ओम प्रकाश डेयरी में नहीं मिला तो उसके परिजनों ने उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट थाने में दी। पुलिस उसकी तलाश कर रही थी कि 22 अगस्त को उसका शव पुलिस को मिला। पुलिस ने ओम प्रकाश के भतीजे के बयान पर केस दर्ज कर तसलीम की तलाश शुरू की और उसे उसके घर शामली से दबोच लिया।