नई दिल्ली, राष्ट्रीय सुरक्षा के मद्देनजर देशभर में चुनिंदा 28 नेशनल हाईवे पर लड़ाकू विमानों की इमरजेंसी लैडिंग के लिए हवाई पट्टी बनाई जा रही हैं। जम्मू-कश्मीर, राजस्थान, आंध्र प्रदेश, पश्चिम बंगाल में नेशनल हाईवे पर हवाई पट्टी का निर्माण शुरू हो चुका है। इसमें सबसे पहले बनिहाल-श्रीनगर हाईवे की हवाई पट्टी जनवरी माह तक लड़ाकू विमानों के लिए तैयार हो जाएगी। सरकार ने निर्माणाधीन शेष हवाई पट्टियों को नए साल तक पूरा करने का लक्ष्य रखा है। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण एनएचएआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि बनिहाल-श्रीनगर नेशनल हाईवे के पांच किलोमीटर हिस्से को हवाई पट्टी के रूप में विकसित किया जा रहा है। इसकी मंजूरी 2020 में मिल गई थी, लेकिन कोरोना महामारी के चलते निर्माण कार्य जून में शुरू हो सका है। 119 करोड़ की लागत से बनाई जा रही हवाई पट्टी का कार्य आठ माह जनवरी में पूरा करने का लक्ष्य है। अधिकारी ने बताया कि देशभर में कुल 28 नेशनल हाईवे पर हवाई पट्टियों का निर्माण किया जा रहा है। इसमें से पांच हवाई पट्टियां राजस्थान में गंधो-बकासर हाईवे, आंध्र प्रदेश में नेल्लौर, विजयवाड़ा के अंगोर, पश्चिम बंगाल के बालासूर-खड़गपुर हाईवे पर निर्माण कार्य शुरू कर दिया गया है। सभी निर्माणधीन हवाई पट्टियों को 2021 तक पूरा करने का लक्ष्य है। गुजरात में राजकोट के दतराना, द्वारका-माल्या, तमिलनाडु के पुंडूचेरी सहित तीन हवाई पट्टी योजना के टेंडर जारी कर दिए गए हैं। यहां पर जल्द ही काम शुरू हो जाएगा। आठ हवाई पट्टी योजना का टेंडर सितंबर तक जारी कर दिया जाएगा। इसमें हरियाणा में सिरसा के डबबली मंडी के पास, हिसार के पास, राजस्थान में फलौदी-जैसलमेर, बाडमेर-जैसलमेर, असम में शिवसागर, बरकाघाट, नौगांव-सेनभोग टेंडर सितंबर में जारी हो जाएंगे। 13 स्थानों पर निर्माण स्थल का चयन शुरू होने जा रहा है। इसमें जम्मू में उधमपुर हाईवे, पंजाब में संगरूर के पास दोगल-दिरवा, यूपी में मुरादाबाद एनएच-24, अयोध्या के पास एनएच-27, लखनऊ-रायबरेली हाईवे, बिहार में इस्लामपुर-किशनगंज, ओडिशा के खडगपुर-कंजावर आदि स्थलों की जल्द ही साइट विजिट होगी।