भोपाल, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज कहा कि मप्र की शासकीय सेवाओं में अब मध्यप्रदेश के ही विद्यार्थी लिए जाएंगे। उन्होंने जनकल्याण के लिए संचालित योजनाओं के क्रियान्वयन की गति बढ़ाने को भी कहा है।
स्वतंत्रता दिवस 2020 पर की गई व्यापक जनहित की घोषणाओं, आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश के लिए रोडमेप और उसके अमल के साथ ही उन योजनाओं को जमीन पर उतारने के पूरे प्रयास किए जाएं, जिनका क्रियान्वयन गत वर्ष गंभीरता से नहीं किया गया। विभिन्न कार्यों के लिए शिलान्यास और लोकार्पण भी भौतिक रूप से और जहां कोरोना का प्रभाव है वहां तकनीक के माध्यम से संपन्न किए जाएं। सोशल डिस्टेंसिंग और अन्य सावधानियों का पालन करते हुए इनमें विभिन्न मंत्री सम्मिलित होंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि वे स्वयं भी लोकार्पण कार्यक्रमों में जाएंगे। कोरोना पर नियंत्रण की दृष्टि से स्थितियां सामान्य होते ही ये कार्यक्रम आयोजित होंगे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश में शासकीय सेवाओं में प्रदेश के ही विद्यार्थियों को लिया जाएगा। इसके लिए आवश्यक वैधानिक प्रावधान किए जाएंगे।
चौहान ने आज वीडियो कान्फ्रेंस द्वारा सभी मंत्रीगण, मुख्य सचिव, विभागों के अपर मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव आदि से चर्चा करते हुए कहा कि समृद्ध मध्यप्रदेश के लिए अधिक से अधिक प्रयास किए जाएं। प्रयासों की पराकाष्ठा होना चाहिए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि विभागों की भूमिका सक्रिय रहे और विभिन्न क्षेत्रों में बेहतर परिणाम प्राप्त किए जाएं। आत्मनिर्भर भारत के रोडमेप के लिए मंत्री समूह आगामी 25 अगस्त तक अपनी रिपोर्ट दे दें।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने एक सितम्बर से मंत्रियों के हाथ से खाद्यन्न वितरण अभियान के अंतर्गत कार्यक्रम करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इसके लिए सभी तैयारियां प्रारंभ की जाएं। कलेक्टर्स को भी इसी सप्ताह वीडियो कान्फ्रेंस द्वारा निर्देश दिए जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कोरोना काल में विभिन्न वर्गों के हित में राशि प्रदान की गई। अर्थिक गतिविधियों की शुरुआत के बाद इनकी गति बढ़ाने और गरीबों के कल्याण के पैकेज के क्रियान्वयन का कार्य तेज किया जाए। लोकल को वोकल बनाने के संकल्प के साथ मध्यप्रदेश में विभिन्न संसाधनों के उपयोग से टिकाऊ विकास की लक्ष्य प्राप्ति करना है।