नई दिल्ली, देश में निजी स्कूल जहां लगातार स्कूल खोलने के लिए सरकार पर दबाव बना रहे हैं, वहीं विश्व स्वास्थ्य संगठन और यूनिसेफ की स्कूल खोलने संबंधी रिपोर्ट एक अलग ही चेतावनी से आगाह कर रही है। खबर है कि सरकार अब कभी भी स्कूल खोलने की घोषणा कर सकती है और आगामी सितंबर माह से बड़ी क्लास 10वीं से 12वीं तक के बच्चों के लिए देशभर में स्कूल खोले जा सकते हैं। इस बीच यदि विश्व स्वास्थ्य संगठन और यूनिसेफ की रिपोर्ट पर यकीन किया जाए तो भारत में फिलहाल स्कूल खोलना खतरनाक हो सकता है। भारत के प्रति तीन स्कूलों में से केवल एक स्कूल में पीने का पानी की व्यवस्था है, ऐसी हालत में भारत के स्कूलों में कोविड-19 महामारी के मद्देनजर हालत खतरनाक हो सकते हैं। गौरतलब है कि पानी के अभाव में बार-बार हाथ नहीं धोने से संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ सकता है। हालांकि रिपोर्ट में कहा गया है कि पहले की तुलना में अब भारत में हैंड वॉश करने की सुविधा में तेजी से बढ़ोतरी हुई है लेकिन देश के कई इलाके अभी भी ऐसे हैं, जहां स्कूलों में साबुन की कमी है।
रिपोर्ट के मुताबिक विश्व स्तर पर 469 मिलियन से अधिक बच्चों के पास 2019 में स्कूल में स्वच्छता संबधी कोई सेवा उपलब्ध नहीं थी। इन बच्चों में 244 मिलियन बच्चे अफ्रीका से हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि करीब 60 देशों में कोविड-19 के कारण स्वास्थ्य और मानवीय संकट का सबसे अधिक खतरा है। आधे से ज्यादा देशों के पास तो बुनियादी स्वच्छता सेवा का भी अभाव है।