नई दिल्ली,भारतीय महिला फुटबॉल टीम की मुख्य कोच मेमोल रॉकी ने कहा है कि ‘स्ट्रेंथ ट्रेनिंग’ से खिलाड़ियों का प्रदर्शन बेहतर हुआ है। मेमोल ने उस समय का जिक्र किया जब पहली बार टीम में स्ट्रेंथ ट्रेनिंग को शुरू किया गया था।
मेमोल ने कहा, ‘‘हम ओलंपिक क्वालीफायर के लिये तैयारी कर रहे थे और हमारे महासचिव कुशल दास सर और राष्ट्रीय टीम के निदेशक अभिषेक यादव के साथ बैठक हुई थी। हमारा एक लंबा शिविर हुआ था और तभी पहली बार हमने ‘स्ट्रेंथ ट्रेनिंग’ को शामिल करने का निर्णय किया था। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘हमारे पास दो फिजियो थे जो टीम की अलग-अलग ट्रेनिंग पर काम करते रहते थे। हमारा सुबह एक ‘स्ट्रेंथ ट्रेनिंग’ का सत्र होता था और शाम में ‘तकनीकी सत्र। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘हमारा एक वीडियो सत्र भी होता था जिसमें हम खिलाड़ियों को दिखाते थे कि वे कहां गलत रहीं और उनके खेल में सुधार पर काम करते थे। इससे काफी अंतर आया। ’’
मेमोल ने कहा, ‘‘खिलाड़ियों को पिच पर भी मजबूत होने की जरूरत है और इस इकाई ने यह दिखा दिया है। ’’
स्ट्रेंथ सत्र के अलावा फिजियो ने उनके खान-पान पर भी काफी ध्यान दिया।
उन्होंने कहा, ‘‘ यह जानना होता है कि क्या खाया जाये। वे पहले सामान्य घर का खाना खाती थीं, पर हमने एक नियम बना दिया कि जब भी किसी का वजन बढ़ा हुआ मिलेगा तो उसे शिविर के दौरान ज्यादा काम करना होगा। इससे सभी खिलाड़ी अपने वजन को नियंत्रित बनाये रखने पर सतर्क हो गयीं। ’’