नई दिल्ली, भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और विकेट कीपर महेंद्र सिंह धोनी ने आज आखिरकार अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास का ऐलान कर दिया। उनके रिटायरमेंट की लंबे समय से अटकलें लगाई जा रही थीं। आज उन्होंने सभी अटकलों पर विराम लगाते हुए क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास की घोषणा कर दी है। धोनी ने टेस्ट की कप्तानी भी पूरी दुनिया को चौंकाते हुए अचानक से छोड़ दी थी और एक बार फिर से उन्होंने अपने चाहने वालों को चौंकाते हुए एक बड़ा फैसला लिया। कप्तान के तौर पर तो धोनी हिट थे ही एक खिलाड़ी यानी बल्लेबाज व विकेटकीपर के तौर पर भी उन्होंने पहचान बनाई। धोनी ने एक भावुक पोस्ट कर अलविदा कहा है। भारत के लिए आखिरी मैच 2019 वल्र्ड कप में न्यूजीलैंड के खिलाफ खेला था जो सेमीफाइनल मुकाबला था। इस मैच में भारत को हार मिली थी और इसके बाद से ही उनके क्रिकेट करियर को लेकर काफी कयास लगाए जा रहे थे। अब माही ने अचानक से क्रिकेट को अलविदा कह दिया है। हालांकि अभी धोनी आईपीएल 2020 खेलेंगे अभी तक ऐसा ही अनुमान लगाया जा रहा है। अब इंटरनेशनल क्रिकेट में माही का अंदाज तो हमें देखने को नहीं मिलेगा। धोनी का नाम आते ही उनका कूल अंदाज नजर के सामने आता है जो किसी भी परिस्थिति में अपना आपा नहीं खोता था।
धोनी ने दिलाईं ये बड़ी सफलताएं
धोनी टीम इंडिया के सबसे सफल कप्तान रहे हैं जिन्होंने अपनी अगुआई में भारत को सफलता की नई बुलंदियों पर पहुंचाया था। साल 2011 का जब भारत में वनडे वल्र्ड कप का आयोजन किया गया। ये टीम इंडिया के लिए सुनहरा मौका था अपनी धरती पर अपने फैंस के सामने फिर से दूसरी बार वल्र्ड कर खिताब जीतने का। माही की अगुआई में टीम इंडिया ने वल्र्ड कप में अपना सफर शुरू किया और 28 साल के बाद धोनी ने एक बार फिर से देश के देशवासियों को वो खुशियां दी जिसका इंतजार 1983 के बाद से लगातार किया जा रहा था। धोनी ने भारत को दूसरा वनडे वल्र्ड कप खिताब दिलाया। धोनी ने साल 2013 में आइसीसी चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब भी टीम को दिलवाया। उनकी कप्तानी में भारत ने दो बार यानी साल 2010 और 2016 में एशिया कप खिताब भी जीता था। माही दुनिया के एकमात्र कप्तान हैं जिन्होंने आइसीसी के सारे खिताब अपनी कप्तानी में जीते।