बैतूल, जज महेन्द्र त्रिपाठी और उनके पुत्र अभियान राज त्रिपाठी की मौत के बाद बुधवार को पुलिस ने मामले का खुलासा कर दिया। मामले में जिस महिला आरोपी संध्या सिंह को षडय़ंत्र का मुख्य कर्ताधर्ता बताया जा रहा है उसको लेकर कई रोचक जानकारियां अभी भी सामने आ रही है। बताया गया कि उक्त महिला ने आजीविका मिशन के नाम पर छिंदवाड़ा नगर निगम से 30 लाख रूपये का भुगतान लिया है। इससे इस महिला की अप्रोच और टेंलेंट का पता लगता है। ऐसे में जज के साथ भी इसके आर्थिक व्यवहार को लेकर इंकार नहीं किया जा सकता । हालांकि पुलिस ने इसको लेकर कोई भी खुलासा नहीं किया है और यह बात पूरी कहानी में लोगों को हजम नहीं हो रही है।
उक्त महिला संध्या सिंह दुर्गा महिला शिक्षा समिति के नाम से एनजीओ चलाती है। इसे नगर निगम ने आजीविका मिशन के तहत अकुशल लोगों को ट्रेनिंग का ठेका मिला था। जिसमें इसे लाखों रूपये का भुगतान किया गया और अभी 30 लाख रूपये का बिल पेंडिंग है। खास बात यह है कि इसके एनजीओ के पास न तो कोई ट्रेनिंग सेंटर था और न ही कोई स्टॉफ फिर इसे भुगतान किया गया।
अभियान राज की फेसबुक शेयरिंग भी क्या कुछ कहती है?
20 जुलाई को मृतक जज के पुत्र अभियान राज ने किसी मयूर सरवनकर की एक पोस्ट शेयर की है जो एक वीडियो है यह वीडियो फिल्म सूर्यवंशम की एक क्लिीपिंग है जिसमें अमिताभ बच्चन और बच्चे के बीच जो खीर वाला दृश्य था जिसमें जहर मिलाया गया था वह दिखाया गया है। अब इसका क्या मतलब है इसको लेकर भी कुछ लोग दिमाग लगा रहे हैं।
जज त्रिपाठी और उनके बेटे की मौत की मुख्य आरोपी महिला ने छिंदवाड़ा नगर निगम से लिया है लाखों रूपये का भुगतान
