नई दिल्ली, गुरुवार को महाराष्ट्र में कोरोना विस्फोट हो गया जब यहां पहली बार 11,147 नए संक्रमित मिले। इससे पहले बुधवार को आंध्र प्रदेश में 10,000 से ऊपर मरीज मिले थे। गुरुवार को वहां फिर 10167 नए कोरोना संक्रमित मिले। इससे पहले 21 जुलाई को पहली बार महाराष्ट्र 10,556 नए कोरोना संक्रमित मरीज मिले थे लेकिन उसके बाद महाराष्ट्र में 30 जुलाई को कोरोना संक्रमित नए मरीजों की संख्या 11,147 आई है।
कोरोना के परिदृश्य पर नजर डालें तो महाराष्ट्र, तमिलनाडु, आंध्रप्रदेश और कर्नाटक में स्थिति विस्फोटक है। गुरुवार को देश में जो 51,810 नए संक्रमित मरीज मिले उनमें से इन चारों राज्यों में कुल मिलाकर 33,306 मरीज मिले। इसका अर्थ यह है कि इन राज्यों में 64.28 प्रतिशत मरीज मिले। 1 दिन पहले 61% से ज्यादा मरीज मिले थे।
महाराष्ट्र में 11,147 मरीज मिलने के साथ ही कोरोना संक्रमित पीड़ितों की संख्या 4,11,798 तक पहुंच गई। इनमें से 2,48,615 ठीक हो चुके हैं, जबकि 14,729 की मृत्यु हो चुकी है। महाराष्ट्र के बाद तमिलनाडु में 2,39,978 संक्रमित अब तक मिल चुके हैं। गुरुवार को यहां 5,864 नए संक्रमित मिले। यहां रिकवरी रेट 70% से ऊपर है और अब तक 1,78,178 मरीज ठीक हो चुके हैं। अभी तक 3841 मरीजों की कोरोना के चलते मृत्यु हुई है।
संक्रमण के मामले में अब आंध्र प्रदेश शुक्रवार तक दिल्ली से आगे निकल जाएगा। यहां पर 1 लाख 30 हजार 557 मरीजों को कोरोना हो चुका है, जिनमें से 60,024 ठीक हुए हैं जबकि 1,281 की मृत्यु हो गई है। कर्नाटक में भी बुधवार को 6,128 नए संक्रमित मिलने का साथ पीड़ितों की संख्या बढ़कर 1,18,632 हो गई। यहां 46,694 मरीजों को कोरोना से मुक्ति मिल चुकी है। इस प्रकार देश में सबसे धीमा रिकवरी रेट कर्नाटक में ही है। यहां अब तक 2,230 लोगों की कोरोनावायरस से मौत हो गई है। देश की राजधानी दिल्ली जो कभी कोरोनावायरस से बुरी तरह जूझ रही थी आज रिकवरी के मामले में सबसे आगे है। यह अब तक 1 लाख 34 हजार 403 लोगों को कोरोनावायरस का संक्रमण हो चुका है। लेकिन उनमें से 1,19,724 मरीज ठीक हो गए हैं। इस प्रकार कुल 10,743 एक्टिव मामले हैं जो कि देश में अनुपातिक दृष्टि से सबसे कम हैं। दिल्ली में अब तक 3,936 लोगों की कोरोनावायरस से जान गई है।
इस प्रकार सारे देश का सिनेरियो देखने पर पता चलता है कि देश में अब तक 16 लाख 36 हजार 410 लोगों को कोरोनावायरस का संक्रमण हो चुका है जिनमें से 10,57,095 ठीक हो गए हैं। हालांकि 35,779 लोगों की मौत भी हो चुकी है।
बुधवार को देश के अनेक राज्यों में बड़ी संख्या में मरीज मिले। उत्तर प्रदेश में 3,705, पश्चिम बंगाल में 2,434, गुजरात में 1,159, तेलंगाना में 1,811, बिहार में 2,082, राजस्थान में 1,156, ओडिशा में 1,203 मरीज मिले। यह राज्य ऐसे हैं जहां 1,000 से ऊपर मरीज मिल रहे हैं।
इसके अलावा बुधवार को हरियाणा में 623, मध्यप्रदेश में 834, केरल में 506, जम्मू और कश्मीर में 450, पंजाब में 510, झारखंड में 134, छत्तीसगढ़ में 175, गोवा में 215, पुडुचेरी में 121 नए संक्रमित मरीज मिले बाकी राज्यों में मरीजों की मिलने की संख्या दहाई में है। असम का आंकड़ा देर रात तक अपडेट नहीं हुआ था यहां पर बुधवार तक 36,296 लोगों को कोरोना का संक्रमण हो चुका था। जिनमें से कुल 94 की मौत हुई है। मृत्यु दर में असम काफी पीछे है। यहां 27,340 मरीज ठीक भी हो चुके हैं।
देश में लगातार 50,000 से अधिक मरीजों का मिलना चिंताजनक है। टेस्टिंग बढ़ने के कारण मरीजों की संख्या बढ़ी है, लेकिन टेस्टिंग के साथ मरीजों की संख्या घटने पर यह माना जाता है कि कोरोना का पीक आ चुका है। अगले कुछ हफ्तों में देश में प्रतिदिन होने वाली टेस्टिंग 10 लाख तक पहुंच सकती है। जिस अनुपात में वर्तमान में कोरोना संक्रमित मिल रहे हैं उस रफ्तार से जल्द ही भारत में प्रतिदिन एक लाख कोरोना संक्रमित मिल सकते हैं। क्योंकि 10 लाख टेस्टिंग पहुंचने पर प्रति सैकड़ा 10 मरीजों की दर से प्रतिदिन 1,00000 मरीज मिलने की आशंका है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भारत में आने वाले दिनों में तेजी से कोरोनावायरस के प्रसार की चेतावनी दी है। अगले 2 माह भारत के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकते हैं। अनलॉक के तीसरे चरण की तैयारी के साथ अब यह चिंता और बड़ी होती जा रही है कि देश में जैसे-जैसे कामकाज सामान्य होगा कोरोना का फैलाव तेजी से बढ़ेगा।