बैतूल, मध्यप्रदेश के बैतूल जिले में जज व बेटे की मौत के कारणों से पर्दा उठ चुका है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट बेहद चौकाने वाली है। जिला न्यायालय के एडीजे और उनके बेटे की मौत जहर से हुई है। हालांकि अभी भी कई राज हैं, जिससे पर्दा उठना बाकी है कि जहर कौन सा था। उन्होंने खुद खाया या किसी ने मिलाकर खिलाया। पुलिस मामले की जांच कर रही है। हालांकि शक के आधार पर पुलिस ने रीवा से छिंदवाड़ा निवासी महिला सहित छह लोगों को हिरासत में लिया है। सभी को बैतूल लाया जा रहा है। पूरे मामले में महिला की भूमिका संदिग्ध मानी जा रही है। मामले की जांच कर रहे एसपी सिमाला प्रसाद ने बताया कि संदिग्धों को पकड़ने के लिए चार टीमें बनाई हैं। दो टीम छिंदवाड़ा, एक रीवा और एक टीम शहडोल गई है। पांच-छह लोगों को हिरासत में लिया गया है। पीएम रिपोर्ट में जहर से मौत होने की पुष्टि हुई है। विसरा रिजर्व किया है, इस जांच के लिए भेजा जाएगा।
बता दें कि एडीजे महेन्द्र त्रिपाठी और उनके बड़े बेटे अभियान राज की शनिवार को नागपुर में इलाज के दौरान मौत हो गई थी। 20 जुलाई को घर में कुल 6 रोटियां बनी थी। पिता और दोनों बेटों ने 2-2 रोटी खाईं थी जबकि पत्नी ने सिर्फ चावल खाए थे। खाना खाने के बाद जज व उनके बेटों की तबीयत खराब हो गई थी।हालत ज्यादा बिगड़ने पर उन्हें नागपुर अस्पताल ले जाया गया था। जहां इलाज के दौरान बाप-बेटे की मौत हो गई। जबकि छोटे बेटे की हालत स्थिर बनी हुई है। मौत का कारण फूड प्यॉजनिंग बताया जा रहा था जबकि जज ने पहले ही बयानों में घर में आटे की बोरी की जांच करने की बात कही थी। इसके बाद प्रशासन ने जांच शुरु की थी।
मप्र के बैतूल में जहर देकर जज और उनके बेटे की हत्या की गई थी, महिला सहित 6 लोग गिरफ्तार
