अयोध्या, राम जन्मभूमि मंदिर के भूमिपूजन की तैयारियां अंतिम चरण में हैं। पांच अगस्त को होने वाले भूमि पूजन कार्यक्रम की मेजबानी उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ करेंगे। इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत कई हस्तियां मौजूद रहेंगी। हालांकि, सीएम योगी को छोड़कर और किसी भी प्रदेश के मुख्यमंत्री को बुलाया नहीं गया है। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के जनरल सेक्रेटरी चंपत राय ने कहा है कि कोरोना महामारी खत्म होने के बाद हम सभी को बुलाएंगे। हम भूमिपूजन के समय मुख्यमंत्री सम्मेलन नहीं करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के अलावा और कौन अतिथि भूमिपूजन में शामिल होंगे, भूमिपूजन का कार्यक्रम कितनी देर का होगा इसके बारे में हम मीडिया को नहीं बताना चाहते।
चंपत राय ने कहा कि भूमिपूजन कार्यक्रम के दौरान सरकार द्वारा कोरोना को लेकर जारी गाइडलाइन्स का पूर्ण रूप से पालन होगा। हम साधु-संतों से अपील करते हैं कि वह भूमिपूजन के दो दिन पहले से मंदिरों में रामायण, हनुमान चालीसा का पाठ, भजन व कीर्तन करें। 5 अगस्त की शाम को लोग अपने घरों के बाहर दीप जलाएं। खबरों के मुताबिक 5 अगस्त को पीएम का हेलिकॉप्टर अयोध्या के साकेत महाविद्यालय में उतरेगा। करीब साढ़े 11 बजे पीएम अयोध्या के राम मंदिर परिसर में आएंगे, 1 घंटे के भूमि पूजन के कार्यक्रम के बाद पीएम का संबोधन होगा। भूमिपूजन के दौरान 50-50 लोगों के अलग-अलग ब्लॉक में करीब 200 लोग मौजूद होंगे। 50 की संख्या में देश के बड़े साधु-संत मौजूद रहेंगे, 50 की संख्या में देश के बड़े नेता और आंदोलन से जुड़े लोग रहेंगे। इनमें लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, उमा भारती और कल्याण सिंह के साथ साध्वी ऋतंभरा और विनय कटियार भी कार्यक्रम में मौजूद रहेंगे।
अयोध्या में राम मंदिर भूमिपूजन कार्यक्रम की मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ करेंगे मेजबानी
