भोपाल, मध्यप्रदेश के ट्रांसपोर्ट कमिश्नर पद से हटाए गए आईपीएस अधिकारी वी.मधुकुमार के मामले में अब लोकायुक्त एनके गुप्ता ने स्वत: संज्ञान ले लिया है। दो दिन बाद मामले में जांच के आदेश दिए गए हैं। मामले की जांच विशेष पुलिस स्थापना के पुलिस अधीक्षक स्तर का अधिकारी करेगा। मधकुमार का एक वीडियो वायरल हुआ है, इसमें वे पुलिस अफसरों से लिफाफे लेते देखे जा रहे हैं।
हालांकि, इससे पहले सरकार की तरफ से शिकायत नहीं मिलने की बात कहकर मामले को टाला जा रहा था। इधर, मधुकुमार की अफसरों के बीच भी खासी पैठ सामने आ रही है। सूत्रों की मानें तो कुछ समय पहले मधुकुमार और एक अन्य अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक स्तर के अधिकारी का लोकायुक्त पुलिस स्थापना में ट्रांसफर किए जाने पर विवाद हुआ था। उनकी पोस्टिंग पर एक अधिकारी ने तत्कालीन सरकार के फैसले पर आपत्ति जताई थी।
लगातार आलोचना से घिरने के बाद हो सका फैसला
वायरल वीडियो मामले में सरकार की चारों तरफ से आलोचना होने लगी थी। ट्वीटर पर कांग्रेस भी सरकार पर हमलावर थी। सरकार की तरफ से कोई बयान नहीं दिया गया था। बताया जाता है कि मामले को लेकर हाईकमान स्तर पर बातचीत की जा रही थी। लेकिन जांच कैसे शुरू हो, इस पर निर्णय नहीं लिया जा पा रहा था। ऐसे में अब सोमवार को लोकायुक्त के स्वत: संज्ञान लेने से जांच सीधे सरकार की निगरानी में आ गई है।
-यह है पूरा मामला
मधकुमार का लिफाफे लेते वीडियो वायरल होने के बाद सरकार सरकार ने उनकी सेवाएं परिवहन विभाग से वापस लेते हुए पुलिस मुख्यालय भेज दिया था। यह वीडियो वर्ष 2016 में आगर मालवा के सर्किट हाउस का बताया जाता है। कहा जाता है कि पुलिसकर्मियों ने परेशान होकर कमरे में एक घड़ी में कैमरे लगा दिए थे। 5 मिनट 35 सेकंड के वीडियो में कुमार कई बार लिफाफा लेते दिखाई दे रहे हैं।