भोपाल, पूरे मध्यप्रदेश में रविवार को संपूर्ण लॉकडाउन रहा। गली-मुहल्लों की किराना दुकानें ही नहीं दूध पार्लर तक बंद रहे। धारा 144, पुलिस, ब्लॉक हुए रास्ते से भोपाल के सड़कों पर हीं नहीं कालोनियों के गली-मोहल्लों तक में सन्नाटा नजर आया। रविवार को टोटल लॉकडाउन के दोरान इमरजेंसी सेवाएं ही उपलब्ध रही। लॉकडाउन को लेकर पुलिस और प्रशासन काफी सख्त नजर आई। बेवजह घर से बाहर निकलने वालों को पुलिस ने चालानी कार्रवाई भी की। गौरतलब है कि पांच दिन चहल-पहल के साथ खुल रहे बाजार से कोरोना के आंकड़ों में निरंतर बढ़ोत्तरी की बजह से इस पर लगाम लगाने के लिये जिला प्रशासन ने प्रत्येक रविवार को एक दिन का लॉकडाउन की घोषणा की है। जिसके चलते दवाई और दूध को छोड़कर सभी दुकानें बंद रखी गई। लॉकडाउन के दौरान वाहनों पर पूरी तरह से प्रतिबंध रहा ओर दुकानें और सभी प्राइवेट ऑफिस भी बंद रखे गये। बिना किसी इमरजेंसी के बेवजह घर से बाहर निकलने वालो के खिलाफ पुलिस ने कार्यवाही की, टोटल लॉकडाउन के दौरान भी दवाईयों की दुकानें, दूध की दुकानें, गैस एजेंसी और पेट्रोल पंप खूले रहे, साथ ही स्वास्थ्य कार्य से जुड़े निजी वाहनों को भी छूट दी गई थी।
उधर,कल से भोपाल में 50 फीसदी कर्मचारियो के साथ ही कार्यालय खोले जायेंगे और सरकार निजी संस्थाओ की निगरानी करेगी। इस बीच प्रदेश में कोरेाना के बढ़ते संक्रमण ने राज्य सरकार की चिंता बढ़ा दी है। राजधानी भोपाल समेत अन्य जिलों में संक्रमितों की संख्या में आई तेजी के बाद सरकार ने निजी संस्थाओं की निगरानी शुरू कर दी है। साथ ही आदेश जारी किया है, कि सोमवार से भोपाल में 50 फीसदी कर्मचारियों के साथ कार्यालय खोले जाएं। वही इसका उल्लंघन करने पर एफआईआर तक की कार्रवाई हो सकती है। सरकार ने नए सिरे से गाइडलाइन जारी किया है, कि अभी कोरोना गया नहीं है, निश्चिंत न हों। पूरी तरह सावधान एवं सजग रहें। कहीं भी भीड़ न लगाएं। अनावश्यक रूप से घरों से बाहर न निकलें। अनिवार्य रूप से मास्क लगाएं, फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन करें तथा अन्य सभी सावधानियां बरतें। जबकि अब बाजार रात 8 बजे तक ही खोले जा सकेंगे। इधर, गृह विभाग ने सभी जिला कलेक्टर्स को निर्देश दिये हैं, कि कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिये अंतर्राज्यीय सीमा पर विशेष निगरानी रखें और प्रदेश में आने वालों की ट्रेसिंग सुनिश्चित करें।