जबलपुर, महिला दिवस पर महिलाओं के बनाए गए और पूर्णत: महिला रेल कर्मियों को सौंपे गए पिंक स्टेशन (मदनमहल) में अब पुरूषों ने कब्जा जमा लिया है। मंडल रेल प्रशासन द्वारा वहां सभी कार्य के लिए पुरुषों का ट्रांसफर किया जा रहा है। जबकि वहां सिर्पâ महिलाओं को ही पदस्थ कर कार्य करवाने का प्रावधान रेलवेबोर्ड ने किया है। जबलपुर रेल अधिकारी नियम विरुद्ध ट्रांसफर कर महिलाओं के आत्म सम्मान को ठेस पहुचा रहे है।
महिलाओं को सौंपी थी पूरी बागडोर
जानकारी के मुताबिक रेलवे बोर्ड ने भारतीय रेल के 3 स्टेशनों को पिंक स्टेशन बनाया है जहां सिर्पâ महिलायें ही ट्रेन परिचालन, संचालन, यात्री व्यवस्थाएं, सुरक्षा आदि सभी कार्य संभाल रही है। रेलवेबोर्ड ने वर्ष 2018 में पमरे जबलपुर मंडल के मदनमहल स्टेशन को पिंक स्टेशन घोषित किया उसके बाद मंडल प्रसाशन ने वहां एसएस, बुकिंग, पार्सल, टिकट चेकिंग, आपरेटिंग आरपीएफ, जीआरपी, इंजीनियरिंग, सीएनडब्ल्यू आदि महिला कर्मियों को पदस्थ किया है जो बेहतर कार्य संचालित कर रही है।
पुरुष अधिकारियों का जबरन कर रहे ट्रांसफर
बताया जाता है कि मंडल के अधिकारी जबरन पिंक स्टेशन पर पुरुषों का ट्रांसफर कर रहे है। वाणिज्य विभाग ने पहले 40 और अभी 15 टिटियों का ट्रांसफर किया है। जिनका किया है उनमें से एक भी टीटी वहां दिखाई नहीं देता।
महिलाएं जिम्मेदारी निभा रही है। टीटी हाजरी लगाकर गायब हो रहे है। कुल मिलाकर वाणिज्य विभाग में अंगदो का राज है वे जो चाहते है वहीं होता आया है। उन्होंने दूसरे स्टेशनों पर किसी भी टीटी का ट्रांसफर नही किया पिंक स्टेशन करके सिद्ध कर दिया है की वाणिज्य विभाग में उनका कब्जा है। 20 साल से कई अधिकारी आये और चले गए पर अंगद जहां के तहा जमे है। आरपीएफ, इंजीनियरिंग, परिचालन आदि के कर्मियों को भी वहां भेजा जा रहा है।
महिलाओं के लिए बनाये गए मदन महल के पिंक स्टेशन पर अब पुरुषों का हुआ कब्जा
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