सैटेलाइट वैली, प्रिंसेस इस्टेट व पुलक सिटी में पैसा लेकर भी प्लॉट नहीं देने वाला भू माफिया डागरिया गिरफ्तार

इन्दौर,लम्बे समय से फरार 30 हजार रू. इनामी भू-माफ‍िया अरूण डागर‍िया को क्राइम ब्रांच की टीम दिल्ली से गिरफ्तारी के बाद गुरूवार को इन्दौर लेकर आयी। देश की राजधानी में फरारी काटने की सूचना के बाद दिल्ली पहुंचे पुलिस दल ने डागर‍िया को घेराबंदी कर उसे पकड़ा। भू-माफ‍िया अरूण डागरिया पर तेजाजी नगर, राजेन्द्र नगर, लसूड़िया और तुकोगंज थाने में ज़मीन को लेकर कई प्रकरण दर्ज है।
पुलिस महानिरीक्षक (इन्दौर जोन) विवेक शर्मा द्वारा भूमाफिया अभियान के तहत दर्ज प्रकरणों में सभी आरोपियों की गिरफ्तारी सुनिश्चित करने हेतु पुलिस को निर्देशित किया गया है। पुलिस उप महानिरीक्षक हरिनारायणचारी मिश्र द्वारा लम्बे समय से चल रहे फरार भूमाफिया एवं इनामी बदमाशों की शीघ्र गिरफ्तारी हेतु पुलिस अधीक्षक मुख्यालय सूरज वर्मा के मार्गदर्शन में अपराध शाखा को कार्यवाही करने के लिये निर्देशित किया गया। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (अपराध शाखा) राजेश दण्डोतिया के अनुसार क्राइम ब्रांच को सूचना मिली थी कि फरार भूमाफिया अरुण डागरिया दिल्ली में फरारी काट रहा है। सूचना पर एक टीम को दिल्ली रवाना किया गया। जहां मुखबिर की सूचना पर अरुण पिता नेमीचंद डागरिया निवासी 6/3 न्यू पलासिया को दिल्ली के महिपालपुर क्षेत्र से हिरासत में लिया गया। आरोपी को इन्दौर के तेजाजी नगर थाने में धारा 420, 406, 468, 34 भादवि में दर्ज प्रकरण (अपराध क्र. 440/2019) में गिरफ्तारी हेतु सुपुर्द किया गया। आरोपी पर सेटेलाइट वैली कॉलोनी तेजाजी नगर, प्रिन्सेस इस्टेट लसूड़िया, पुलक सिटी टाउनशिप राजेन्द्र नगर में प्लॉट क्रेताओं से पैसा लेकर प्लॉट का स्वामित्व नहीं देने के कई केस दर्ज है। आरोपी से अन्य घटना क्रमों के संबंध में विस्तृत पूछताछ की जा रही है। जबकि कुछ वारंट में भी ये वांटेड है।
डागर‍िया पर चार थानों में दर्ज है प्रकरण
भूमाफिया अरूण डागरिया पर तेजाजी नगर, लसूड़िया, राजेन्द्र नगर थाना, तुकोगंज थाना में प्रकरण दर्ज हैं। इनमें थाना तेजाजी नगर में 2019 में आवेदक राजेश पाठक व अन्य ने सेटेलाइट वैली कॉलोनी मिर्जापुर खंडवा रोड के संबंध में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि करीब 504 भूखण्ड स्वामियों से बिजली संयोजन एवं मेंटेनेंस के नाम पर करोड़ों रुपए लिए, लेकिन कोई भी विकास कार्य कॉलोनी का पूरा नहीं किया गया। आवेदकों से उसने जाली दस्तावेजों के आधार पर धोखाधड़ी की। इसी प्रकार 2019 में ही राजेन्द्र नगर थाने में आवेदक अंजू पति नरेश मित्तल निवासी 01 गुमास्ता नगर के द्वारा रिपोर्ट दर्ज कराई गई कि डागरिया द्वारा प्लाट के पैसे लेकर प्लॉट की रजिस्ट्री नहीं कराई गई। जबकि 2020 में लसूड़िया थाने पर आवेदक गोविंद पिता सत्यनारायण शर्मा निवासी 113 सुभाष नगर द्वारा रिपोर्ट दर्ज कराई गई कि अरुण डागरिया और अन्य के द्वारा प्लाट के रुपए लेकर प्लॉट का स्वामित्व नहीं दिया गया। वहीं, 2020 में ही तुकोगंज थाने में आवेदक हेमेन्द्र पिता विमाल चन्द्र जैन निवासी 13/2 रेसकोर्स रोड द्वारा डागरिया और अन्य के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज कराई गई कि 402 प्रिंसेंस सेंटर न्यू पलासिया में रुपए लेकर उनके साथ धोखाधड़ी की गई।

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