नई दिल्ली,आईआईटी हैदराबाद के एक स्टॉर्टअप ने चार साल में इलेक्ट्रिक वाहनों के बाजार में उल्लेखनीय सफलता हासिल की है। इससे इलेक्ट्रिक वाहनों के विस्तार के साथ ही इन वाहनों के अफोर्डेबल होने की राह भी निकलती दिख रही है। निशांत डूंगरी ने बताया कि आईआईटी मुंबई में पढ़ाई के दौरान से ही मुझे एंटरप्रेन्योर बनने का चाव लग गया था। आईआईटी के दौरान की गई पढ़ाई ने मुझे हमेशा फायदा दिया। इसने मुझे काफी एक्सपोजर दिया। मेरा विषय मेकेनिकल था और मैंने पीएचडी भी मेकेनिकल एंड एयरोस्पेस में की है। इसका मुझे एंटरप्रेन्योर बनने में काफी लाभ मिला।
वहीं, आईआईटी हैदराबाद में फैकल्टी होने के दौरान मेरी एंटरप्रेन्योरशिप स्किल काफी बेहतर हुई। इसने मुझे स्टॉर्टअप, इनक्यूबेशन सेंटर, एंटरप्रेन्योर सेल, इंडस्ट्री स्केल, रिसर्च और शोध सुविधाओं के बारे में सिखाया। फिजिकल इंफ्रास्ट्रक्चर से अधिक छात्रों, शोध स्टॉफ, सहयोगियों और विजिटर ने मेरी एंटरप्रेन्योरशिप यात्रा शुरू करने में मेरी मदद की। मैंने रोहित वढ़ेरा के साथ मिलकर यह कंपनी शुरू की। हमें लगा कि भारत में इलेक्ट्रिक व्हीकल का भविष्य अच्छा होगा, तो हमने प्योर-ईवी कंपनी शुरू की। प्योर ईवी ई-बाइक और लीथियम बैटरी बनाती है। हमने पहले दिन 1300 बाइक बेची थी। अप्रैल, 2019 में हमने चार टू व्हीलर इलेक्ट्रिक मॉडल उतारे थे- इग्नाइट, इट्रेंस, इपुल्टो और एट्रॉन। फरवरी में कंपनी ने हाईस्पीड इलेक्ट्रिक स्कूटर इप्लूटो 7जी को बाजार में उतारा था।निशांत ने बताया कि बतौर टेक्नोक्रेट किसी को भी एंटरप्रेन्योरशिप के क्षेत्र को कोशिश करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि जब आप बड़े होते हैं और रिसर्च पर अधिक समय खर्च करते हैं तो आप एंटरप्रेन्योर बनने के तमाम गुण सीखते हैं।
इंवेस्टर को पिच करने के लिए सही समय के साथ सही बात, तथ्य और रिसर्च की आवश्यकता होती है। निशांत ने बताया कि इलेक्ट्रिक व्हीकल का बाजार बेहतर है। इन गाड़ियों का पिकअप बेहतर होता है, इससे ईंधन की खपत कम होती है और ये गाड़ियां लोगों के लिए कॉस्ट इफेक्टिव होती है। निशांत ने बताया कि प्योर-ईवी का यूएसपी यह है कि यह इनहाऊस बैटरी की मैनुफैक्चरिंग करता है, जो कि मौजूदा प्रतिस्पर्धा के दौर में काफी बेहतर है। उन्होंने बताया कि 14 राज्यों में हमारे 50 से अधिक डीलर है। उन्होंने कहा कि आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु, महाराष्ट्र, ओडिशा, झारखंड, पश्चिम बंगाल, अरुणाचल प्रदेश, असम, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और उत्तर प्रदेश आदि में हमारे डीलर आउटलेट्स हैं। निशांत ने कहा कि हम वाहन के साथ-साथ सप्लाई चेन पर भी जोर दे रहे हैं। निशांत ने बताया कि इप्लूटो 7जी की लॉन्चिंग कंपनी के लिए एक उपलब्धि है और यह बैटरी टेक्नोलॉजी में हमारी मजबूती को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि स्टॉर्टअप की मौजूदा क्षमता 2000 यूनिट प्रति माह की है। हमारा लक्ष्य इस साल दस हजार से अधिक इलेक्ट्रिक व्हीकल्स को बाजार में उतारने का है। बता दें कि इन दिनों आत्मनिर्भर भारत पर जोर दिया जा रहा है। भारत की ऐसी कई कंपनियां हैं, जो देश-दुनिया के अलग-अलग सेक्टरों में बेहतर काम कर रही हैं।