कानपुर, कानपुर एनकाउंटर में शहीद हुए सीओ देवेंद्र मिश्रा की पत्नी आशा मिश्रा ने विकास के मारे जाने के बाद कहा कि भगवान के यहां देर है मगर अंधेर नहीं। इससे ज्यादा वह कुछ नहीं बोल पाईं। वहीं दोनों बेटियां वैष्णवी और वैशारदी के चेहरे पर सुकून दिखा। पिता की मौत के बाद गमजदा परिवार शुक्रवार की सुबह विकास को मार गिराने वाली टीम के प्रति कृतज्ञता प्रकट की।
देवेंद्र मिश्रा के साढ़ू कमलकांत जो खुद मध्य प्रदेश के पन्ना में सन्यासी की तरह रहा करते हैं, इस परिवार को सांत्वना देने और संभालने के लिए पहुंचे थे। मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और विकास को मार गिराने वाली पुलिस प्रशासन की टीम प्रशंसा की पात्र है। उन्होंने कहा कि पिंडदान के पहले विकास के मारे जाने से देवेंद्र मिश्र की आत्मा को संतुष्टि मिली होगी। सीओ जिस मकसद से विकास के यहां दबिश देने गए थे अब उसकी मौत के बाद वो मकसद कुछ हद तक पूरा हो गया। कमलकांत ने कहा कि सिर्फ विकास दुबे के मारे जाने से ही सब कुछ सुधरने वाला नहीं है। भ्रष्ट पुलिस अफसर और विकास को संरक्षण देने वाले नेताओं को भी ‘एक्सपोज’ किया जाए। इससे यह नजीर बनेगी कि इस तरह का दुस्साहस करने वालों और उनका साथ देने वालों को कैसा परिणाम भुगतना पड़ता है। विदित हो कि कुख्यात बदमाश विकास दुबे शुक्रवार सुबह पुलिस एनकाउंटर में मारा गया। यूपी एसटीएफ की टीम गाड़ी से उसे उज्जैन से कानपुर ला रही ला रही थी। इस दौरान शुक्रवार सुबह कानपुर में यूपी एसटीएफ के काफिले की एक गाड़ी पलट गई। इस दौरान विकास दुबे ने हथियार छीकर भागने की कोशिश की जिसके बाद पुलिस ने उसे मुठभेड़ में मार गिराया है।