बच्चों के विकास में आयोडीन की रहती है बहुत खास भूमिका

नई दिल्ली,बच्चों के विकास के लिए जो चीजें जरूरी हैं, उनमें आयोडीन सबसे महत्वपूर्ण है। एक अध्ययन के अनुसार, लगभग 4.2 करोड़ भारतीयों में थायरॉइड हार्मोन का स्तर असामान्य है। यह भी संकेत दिया गया है कि दुनियाभर के थायरॉइड रोगियों में 21 प्रतिशत अकेले भारत से हैं। बच्चे के मस्तिष्क के विकास में आयोडीन की भूमिका अहम रहती है। इसकी कमी शरीर में घेंघा सहित कई रोगों को आमंत्रण देती है।
आयोडीन की जरूरतें पूरी करने के लिए स्वस्थ और विविधतापूर्ण आहार की जरूरत होती है।
आयोडीन के कुछ अच्छे स्रोत :
पनीर : डेयरी उत्पादों में यह आयोडीन का सबसे समृद्ध स्रोत है। पनीर की दो किस्मों – चेड्डार और मोजरेला में यह खनिज अधिक होता है।
समुद्री शैवाल : इस समुद्री भोजन में आयोडीन पाया जाता है। कैल्प आयोडीन का यह सबसे समृद्ध सीविड सोर्स है।
अंडे : अंडे के योक में आयोडीन होता है।
दूध : अध्ययन से पता चलता है कि 250 मिलीलीटर दूध में लगभग 150 माइक्रोग्राम आयोडीन होता है।
दही : एक कप दही में करीब 70 माइक्रोग्राम आयोडीन होता है, यानी दैनिक जरूरत की करीब आधी मात्रा। यह पेट के लिए भी अच्छा है और कैल्शियम व प्रोटीन से भरपूर है। इन खाद्य पदार्थो के अलावा आयोडीन के कुछ अन्य अच्छे स्रोत हैं- केले, स्ट्रॉबेरी, हरी पत्तेदार सब्जियां, प्याज और मीठे आलू, अनाज, नट्स और मूंगफली, जौ वगैरह।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *