लखनऊ, अब यूपी के प्रमुख शहरों को रीजनल एयर कनेक्टिविटी के तहत एक दूसरे से जोड़ने की तैयारी है। इसके तहत शहरों में नए एयरपोर्ट विकसित किए जा रहे हैं, साथ ही प्रमुख एयरलाइन्स के साथ भी बातचीत चल रही है। इस बारे में नागरिक उड्डयन मंत्री नंद गोपाल गुप्ता ‘नंदी’ ने बताया कि राज्य सरकार की कोशिश है कि राजधानी लखनऊ के साथ ही प्रमुख जिले आपस में और देश के अन्य राज्यों के साथ जुड़ जाएं। ऐसा होने पर यूपी के प्रमुख जिलों में आने जाने में महज 30 से 40 मिनट का ही वक्त लगेगा। नंदी ने बताया कि 2017 में सरकार बनने पर राज्य में सिर्फ चार एयरपोर्ट लखनऊ, वाराणसी, गोरखपुर और आगरा से विमान सेवाएं थीं। इसी साल झांसी एयरपोर्ट का काम भी पूरा हो जाएगा। इसके अलावा 2021 तक चित्रकूट, अलीगढ़, मुरादाबाद और आजमगढ़ के एयरपोर्ट भी उड़ान भरने के लिए तैयार हो जाएंगे। यूपी में इस समय आजमगढ़, अलीगढ़, मुरादाबाद और श्रावस्ती में एयरपोर्ट बनाने का काम चल रहा है और काम भी बहुत हद तक पूरा कर लिया गया है। वहीं चित्रकूट, म्योरपुर (सोनभद्र) और झांसी में एयरपोर्ट का निर्माण कार्य चल रहा है। कुशीनगर में राइट्स लि. एयरपोर्ट का विकास कर रहा है और सरसावां (सहारनपुर) में एयरपोर्ट के विकास के लिए जमीन की खरीद की जा चुकी है। वहीं, अयोध्या में एयरपोर्ट के विकास के लिए भूमि की खरीद की जा रही है। गाजीपुर और मेरठ में भी आरसीएस के तहत एयरपोर्ट बनाया जाना प्रस्तावित है। बता दें कि केंद्रीय कैबिनेट ने कुशीनगर एअरपोर्ट को इंटरनेशनल एयरपोर्ट में तब्दील करने की मंजूरी दे दी है। जिसके बाद स्थानीय लोगों में ख़ुशी है।
यूपी के प्रमुख शहरों को रीजनल एयर कनेक्टिविटी से जोड़ने की तैयारी
