कानपुर, कानपुर में सिर्फ 500 रुपये के लिये पांच युवको ने अपने दोस्त की हत्या कर डाली। बताया गया कि जुए की लत और चंद रुपयों की लालच में युवकों ने इस वारदात को अंजाम दिया। इस घटना के बाद आरोपियों को पकड़ने में पुलिस को 22 महीने लग गए। पुलिस ने दावा किया कि जिले के कलेक्टर गंज के सीपीसी माल गोदाम में 23 वर्षीय जुबेर अहमद की हत्या 500 के विवाद में 5 जुआरियों ने मिलकर की थी। सभी उसके दोस्त थे. मिली जानकारी के मुताबिक 6 माह पूर्व एक चश्मदीद मोहम्मद गौस ने जुबेर की मां को जानकारी दी तो मां ने पुलिस से एक बार फिर गुहार लगाई। पुलिस हरकत में आई पुलिस ने मुख्य आरोपित रशीद को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया अभी एक और आरोपी बबुआ लोडर समेत अन्य की तलाश जारी है। कुली बाजार के कोरियाना मोहल्ला निवासी बशीर अहमद का बेटा जुबेर 13 अगस्त 2018 की रात रहस्यमय परिस्थितियों में लापता हो गया था। इसके बाद 15 अगस्त को मां नसीम बेगम ने अनवरगज थाने में गुमशुदगी लिखाई थी। वहीं, 15 अगस्त की सुबह माल गोदाम में युवक का शव मिलने पर पुलिस पहुंची। बताया जा रहा है कि पोस्टमार्टम में रिपोर्ट में हत्या उजागर होने पर भी ना मुकदमा लिखा गया और ना ही शिनाख्त कराने की पुलिस ने कोई कोशिश की। इसके बाद लावारिस शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया। फिर जनवरी 2020 में अनवरगंज पुलिस ने कोरियाना मोहल्ले के बशर डिप्टी पड़ाव के अफरोज व तलवा मंडी के नया स्थान को गांजा बिक्री में जेल भेजा। तब चश्मदीद मोहम्मद गौस ने मृतक की मां नसीम बैग को जुबेर का हत्या होने की जानकारी दी। एसएसपी दिनेश कुमार पी ने बताया कि मृतक के साथी मोहम्मद गौस के बयान के आधार पर और कपड़ों की पहचान डीएनए की रिपोर्ट में सामने आया कि माल गोदाम में मिला हुआ शव जुबेर का थ। एसएसपी दिनेश पी के अनुसार जुबेर की हत्या का मुख्य आरोपी सलाखों के पीछे है और उसके साथी बबुआ लोडर की तलाश भी जारी है।
कानपुर में सिर्फ 500 के लिए दोस्तों ने अपने साथी की ही कर दी हत्या
