भोपाल, प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी ने प्रवासी मजदूरों को अपने मूल निवास स्थान और गृह प्रदेश में रोजगार उपलब्ध करवाने के लिए गरीब कल्याण रोजगार अभियान का आज वीडियो कान्फ्रेंस कर ई-शुभारंभ किया। इस अभियान में मध्यप्रदेश सहित उत्तरप्रदेश, बिहार, राजस्थान, झारखंड और ओड़िसा राज्यों के 116 जिलों में वर्ष में 125 दिवस का रोजगार दिया जाएगा। अभियान के अंतर्गत उन जिलों का चयन किया गया है जहां से 25 हजार से अधिक श्रमिक रोजगार की तलाश में अन्य प्रदेशों में जाते हैं। अभियान के ई-शुभारंभ के अवसर पर मंत्रालय, भोपाल में मुख्यमंत्री से शिवराज सिंह चौहान, मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, अपर मुख्य सचिव पंचायत एवं ग्रामीण विकास मनोज श्रीवास्तव, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव मनीष रस्तोगी और अन्य अधिकारी उपस्थित थे। संबंधित छह राज्यों के मुख्यमंत्री और पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री भी उपस्थित थे।
अभियान में शामिल मध्यप्रदेश के 24 जिले
गरीब कल्याण रोजगार अभियान के अंतर्गत मध्यप्रदेश के चयनित 24 जिलों में में : बालाघाट, झाबुआ, टीकमगढ़, छतरपुर, रीवा, सतना, सागर, पन्ना, भिण्ड, अलिराजपुर, बैतूल, खण्डवा, शहडोल, धार, डिण्डोरी, कटनी, छिंदवाड़ा, सिवनी, मंडला, खरगोन, शिवपुरी, बड़वानी, सीधी और सिंगरौली शामिल हैं।
प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा कि प्रवासी श्रमिकों ने कोविड-19 के दौर में परेशानियों के बावजूद अपने गांव लौटकर आसपास के क्षेत्र के विकास के लिए काफी कुछ कार्य कर दिखाया है। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कुछ श्रमिकों से चर्चा करते हुए कहा कि आप इस सदी के महत्वपूर्ण कार्य कर रहे हैं। अभी तक आप शहरों को चमका रहे थे, अब अपने ग्राम को चमकाईये। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा कि यह अभियान शुरु करने की प्रेरणा उन्हें एक ऐसे श्रमिक से मिली जो उत्तरप्रदेश में अपने गांव लौटकर पीओपी और मकानों की भीतरी साज-सज्जा के कार्य में दक्ष है। इस श्रमिक ने लॉकडाउन की अवधि में अपने ग्राम में हुनर का परिचय देते हुए कायाकल्प कर डाला।